लखनऊ: प्रदेश सरकार भूमाफियाओं के प्रति चाहे जितनी सख्ती बरते, लेकिन जब जिम्मेदार ही संरक्षण दे रहे हों तो कब्जेदारों के हौसले बुलंद होना तय है. मजदूरी पेशा एक किसान अपने प्लॉट को कब्जा मुक्त कराने के लिए थाने से लेकर तहसील के चक्कर काट रहा है. न्याय तो नहीं मिला, लेकिन साठगांठ के चलते उसकी पत्नी को साजिशन जेल भेज दिया गया, जब इससे भी जी नहीं भरा तो उपजिलाधिकारी ने जमीन पर मुकदमा होने की बात कहकर टालना चालू कर दिया, जबकि मुकदमा कब्जेदार की जमीन पर चल रहा है. पीड़ित मुख्यमंत्री तक शिकायत भेज चुका है.
कब्जेदारों से परेशान परिवार को नहीं है पुलिस से आस, लगाए ये आरोप - कब्जेदोरों से परेशान परिवार
राजधानी लखनऊ में कब्जेदारों से परेशान एक परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है. पीड़ित का आरोप है प्रशासन की मिलीभगत से उसकी सुनवाई नहीं हो रही है.
लखनऊ: प्रदेश सरकार भूमाफियाओं के प्रति चाहे जितनी सख्ती बरते, लेकिन जब जिम्मेदार ही संरक्षण दे रहे हों तो कब्जेदारों के हौसले बुलंद होना तय है. मजदूरी पेशा एक किसान अपने प्लॉट को कब्जा मुक्त कराने के लिए थाने से लेकर तहसील के चक्कर काट रहा है. न्याय तो नहीं मिला, लेकिन साठगांठ के चलते उसकी पत्नी को साजिशन जेल भेज दिया गया, जब इससे भी जी नहीं भरा तो उपजिलाधिकारी ने जमीन पर मुकदमा होने की बात कहकर टालना चालू कर दिया, जबकि मुकदमा कब्जेदार की जमीन पर चल रहा है. पीड़ित मुख्यमंत्री तक शिकायत भेज चुका है.