लखनऊ: राजधानी के कैसरबाग थाना क्षेत्र स्थित कैसरबाग बस अड्डे से चिनहट के लौलाई गांव निवासी गायक सोनू का बुधवार को अपहरण का मामला सामने आया था. इसमें बताया गया था कि बदमाशों ने सोनू को छोड़ने के नाम पर 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. मुकदमा दर्ज करवाते ही पुलिस ऐक्टिव हो गई थी. पुलिस छानबीन में क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की टीम को अपहरणकर्ताओं की लोकेशन बिजनौर में मिली. लखनऊ पुलिस ने बिजनौर पुलिस की सहायता से अपहरण हुए सोनू को सकुशल बरामद कर लिया है. वहीं इस घटना में शामिल 5 अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है. इस घटना से एक नई घटना का खुलासा हुआ. इसमें पता चला है कि यह अपहरण नहीं बल्कि नौकरी के नाम पर दिए गए पैसों को वापस लेने के लिए जाल बनाया गया था.
सोनू ने की थी ठगी
कैसरबाग पुलिस ने कथित अपहरण कांड में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में नौकरी दिलाने के नाम पर सोनू के पिता और उसने मिलकर 14 लाख रुपये की ठगी की थी. अपना पैसा वापस लेने के लिए सोनू का अपहरण किया गया था. वहीं पूरा मामला जानकारी में होने के बाद भी सोनू के पिता ने बेटे के अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज करा दी.
नौकरी के नाम पर की थी लूट
जेसीपी अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि खुलासे पर लगी टीम ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों ने बताया कि उन लोगों ने अपहरण नहीं किया था. सोनू और उसके पिता ने हम लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये लिए थे. इसके बाद जब हम लोगों ने अपना रुपया मांगा तो दोनों बाप-बेटों ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया.
देहरादून में गाने के लिए बुलाया
जेसीपी अपराध ने बताया कि बाप-बेटे ने लाखों रुपये हड़प कर पकड़े गए लोगों को गुमराह किया था. इसके बाद से यह लोग दोनों की तलाश कर रहे थे. इसके बाद इन अपहरणकर्ताओं ने यूट्यूब पर सोनू की वीडियो देखी. जिसके बाद इन लोगों ने यह प्लान बनाया. इन लोगों ने सोनू से संपर्क कर उसे देहरादून में गाने के लिए बुलाया. जहां पर जाने के दौरान सोनू को बिजनौर में किडनैप कर लिया गया.