लखनऊ: राजधानी के लोकभवन में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस की. इसमें बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय आनंद ने जानकारी देते हुए बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में तैनात अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर कुल 9 विद्यालयों में विभिन्न शिक्षकों ने कार्य किया है. इस तरह के घोटाले को रोकने के लिए विभाग की ओर से संविदा शिक्षकों की नियुक्ति की नई व्यवस्था की जा रही है.
'ऑनलाइन पोर्टल पर लाए जा रहे सभी दस्तावेज'
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी शिक्षिका मामले की चर्चा करते हुए विजय आनंद ने कहा कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों की उपस्थित के लिए प्रेरणा ऐप का प्रयोग शुरू किया है. इसी के माध्यम से डिजिटल उपस्थिति दर्ज की जा रही है. इस प्रक्रिया के दौरान ही अनामिका शुक्ला के फर्जी दस्तावेज की जानकारी मिली. कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में जिला स्तर पर संविदा के आधार पर चयन किया जाता है. इसलिए पूरे प्रदेश में दस्तावेज का मिलान नहीं हो सका. अब सभी दस्तावेज ऑनलाइन पोर्टल पर लाए जा रहे हैं.
अनामिका शुक्ला प्रकरण की हो रही जांच
अनामिका शुक्ला के दस्तावेज का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा किए जाने का मामला है. प्रदेश के कुल नौ विद्यालयों में 12,24,700 रुपये का भुगतान अनामिका शुक्ला के नाम से किया गया है. इसमें एक करोड़ का भुगतान किए जाने की बात बेबुनियाद है. पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है. जो भी विभागीय अधिकारी या कोई अन्य इसमें लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.