लखनऊ : बलरामपुर चिकित्सालय एवं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (Balrampur Hospital and KGMU) की विशेषज्ञ टीम द्वारा पोस्ट कोविड मरीजों में संक्रमण के बाद से श्वास और मानसिक परेशानियों पर शोध प्रारंभ हो रहा है. इसके तहत इलाज कराने वाले मरीजों का केजीएमयू, बलरामपुर चिकित्सालय व केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के विशेषज्ञों द्वारा पूरी तरह फ्री में इलाज किया जाएगा. शोध के तहत इलाज कराने वाले इच्छुक मरीजों का पंजीकरण 22 नवम्बर से शुरू होगा.
जानकारी देते हुए बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ रमेश गोयल ने बताया कि जो व्यक्ति कोविड संक्रमण के बाद से अभी तक श्वास की तकलीफ, मानसिक रोग, घबराहट, बेचैनी, क्रोध, मानसिक तनाव, डिप्रेशन, अनिद्रा व कमजोर इम्यूनिटी से पीड़ित हैं, उन मरीजों का भी जो पूर्व से अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस एवं सीओपीडी के मरीज रहे हैं और कोविड के संक्रमण से पीड़ित होने के बाद उनकी तकलीफें पूर्व की दवाओं से नियंत्रित नहीं हो पा रही हैं, का इस शोध परियोजना के अन्तर्गत विशेष जांच व योगिक उपचार एवं एलोपैथी उपचार बलरामपुर चिकित्सालय में निशुल्क किया जायेगा. इस शोध परियोजना में 18 से 70 वर्ष तक की महिला व पुरुष रजिस्ट्रेशन कराकर स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे. रजिस्ट्रेशन मंगलवार से प्रातः 9 से 1 बजे तक बलरामपुर चिकित्सालय के आयुष विभाग में किया जाएगा.
बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ रमेश गोयल ने बताया कि शोध में बलरामपुर चिकित्सालय के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ आनन्द कुमार गुप्ता, योग विशेषज्ञ डॉ. नन्दलाल यादव तथा किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के रेस्पिरेटरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकान्त व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंकित कुमार कटारिया, केजीएमयू के ही डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजीव मिश्रा, वैदिक योग-प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (रजिस्टर्ड) के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ सुनील सिंह यादव, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार) के पूर्व सहायक निदेशक (नेचुरोपैथी) डॉ राजीव रस्तोगी की सेवाएं प्राप्त होंगी.
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