लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन ने ईटीवी भारत से आम बजट को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि यह बजट बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कोरोना के संकट काल के बाद देश का पहला बजट है. कोरोना काल में देश के सामने बहुत से आर्थिक संकट आए हैं. इनका सामना हर किसी को करना पड़ा है. जीडीपी पहले ही काफी निचले स्तर पर पहुंच चुकी है. अब धीरे-धीरे उसमें सुधार भी हो रहा है. फिर भी यह माना जा रहा है कि इस वर्ष जीडीपी ग्रोथ 7.5 प्रतिशत निगेटिव में रहेगी. किसानों के लिए भी यह समय संंवेदनशील है. इसलिए उनके लिए भी बजट में विशेष योजना रखनी चाहिए. कई मायनों में आने वाला बजट बेहद महत्वपूर्ण है.
'निगेटिव ग्रोथ से पार पानी है'
पूर्व मुख्य सचिव रंजन ने कहा कि हमें इस निगेटिव ग्रोथ से पार पानी है और पॉजिटिव ग्रोथ पर आना है. इसके लिए भी काफी तीव्र गति से आगे बढ़ना है. यह प्रयास होना चाहिए कि हम कुछ नहीं तो 10 से 11 परसेंट की ग्रोथ का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ें, जिससे इकोनामी फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो सके. यह एक ऐतिहासिक क्षण है. इस बजट में सरकार को महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे, जिससे इकोनॉमी को एक पॉजिटिव पुश मिल सके.
'मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना होगा'
पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि हमें मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना होगा. उन्होंने आगे कहा कि हमें मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना होगा. जिससे अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट हमारे यहां बने.
'प्रोडक्शन लिंक इन्वेस्टमेंट स्कीम को देना होगा बढ़ावा'
स्माल इंडस्ट्रीज एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक इन्वेस्टमेंट स्कीम बहुत अच्छी योजना है. इसमें करीब 10 प्रोडक्ट को लाया गया है. इसमें प्रोडक्शन बढ़ाने पर इंडस्ट्री को इंसेंटिव मिल रहा है. इसको ही और आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. बजट में इसको लेकर प्रावधान भी करना होगा. इसमें और अधिक सेक्टर्स को शामिल किया जा सकता है. इससे इंडस्ट्री को और अधिक बढ़ावा मिल सकेगा. यह केंद्र सरकार की बहुत अच्छी योजना है.
'स्माल इंडस्ट्रीज को डायरेक्ट सपोर्ट की जरूरत'
पूर्व मुख्य सचिव ने कहा कि स्माल इंडस्ट्रीज को बजट से काफी अपेक्षाएं हैं. बहुत सारी स्मॉल इंडस्ट्रीज कोरोना काल के दौरान बंद हो गई हैं. बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं. इन स्मॉल इंडस्ट्रीज को वापस चलाने की जरूरत है. हमें डायरेक्ट सपोर्ट का भी प्रावधान करना होगा. इसके अलावा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर जैसे होटल, रेस्टोरेंट, पर्यटन आदि इन सेक्टर पर कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है. कोरोना की वजह से लोग घूमने नहीं गए. लोग होटल में नहीं गए. लोग बाहर खाना खाने नहीं गए. संस्थान लगातार बंद हो रहे हैं. अगर इन्हें फिर से मुख्यधारा में वापस लाना है तो इसके लिए एक इंसेंटिव देने की नीति बनानी होगी.
'कृषि सेक्टर पर भी देना होगा विशेष ध्यान'
स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रंजन ने कहा कि कृषि एक महत्वपूर्ण सेक्टर है. किसान आंदोलन के दौर में हमें किसानों की समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है. किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. किसान योजना के तहत किसानों को 6 हजार रुपये सलाना दिए जा रहे है. यह एक अच्छी योजना है. इसके अलावा किसी अन्य योजना के माध्यम से किसानों को लाभान्वित करने का प्रावधान इस बजट में किया जा सकता है.