लखनऊ: व्यापार मंडल के एक प्रतिनिधि मंडल ने कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक से मुलाकात कर ज्ञापन दिया है. व्यापार मंडल का कहना है कि जब से कृषि कानून वापस हुआ है तब से कई चीजें ऑनलाइन कर दी गई हैं परन्तु पोर्टल पर तमाम खामियां हैं. इससे कारोबार में नुकसान हो रहा है. इन्हें दूर किया जाए.
कृषि कानून वापसी के बाद भी कारोबार में आ रही समस्याओं को लेकर व्यापारियों में नाराजगी है. व्यापार से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करने की मांग को लेकर आज लखनऊ व्यापार मंडल का प्रतिनिधि दल के सदस्यों ने कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक से मुलाकात की और कारोबार में हो रही समस्याओं से अवगत करवाया. इस सम्बन्ध में निदेशक को 5 सूत्रीय मांग का ज्ञापन भी सौंपा गया है. लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल का कहना है कि जबसे कृषि कानून वापस हुआ है और मण्डी शुल्क फिर से शुरू कर दिया गया है.
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विभाग ने सभी चीजें ऑनलाइन कर दी हैं. ऑनलाइन प्रक्रिया में तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इनका कहना है कि ऑनलाइन के माध्यम से एक ही समान की 1 दर्जन क्वांटिटी होने पर 1 बिल की जगह 1 दर्जन बिल बनाने पड़ रहे है. इसी तरह Entry receipt कटनी बंद कर दी गई है. उसे शुरू करने की मांग की गई. लखनऊ व्यापार मंडल ने कारोबार में आने वाली अन्य समस्याओ के बारे में निदेशक को अवगत करवाया और उनसे सुधार की मांग की है. प्रतिनिधि मंडल में राजेन्द्र अग्रवाल, अमरनाथ मिश्रा, भारत भूषण गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल और सचिन अग्रवाल मौजूद थे.
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