लखनऊ: ताजमहल के अलावा आगरा में पर्यटन की दृष्टि से कई ऐसी जगह हैं, जिसे देखने के लिए देश- विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं. आगरा के फतेहाबाद मार्ग पर 190 करोड़ की लागत से छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय का निर्माण पर्यटन विभाग द्वारा कराया जा रहा है. ताजमहल और आगरा के इतिहास के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास भी म्यूजियम में दर्ज होगा.
म्यूजियम के संचालन एवं रखरखाव के लिए कंसलटेंसी फर्म द्वारा तैयार किए गए प्रस्तुतीकरण को पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी के सामने पेश किया गया. फर्म द्वारा अवगत कराया गया कि म्यूजियम में आर्ट गैलरी का निर्माण होगा. जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवन काल संबंधित घटनाएं, ब्रज क्षेत्र, आगरा का इतिहास, गंगा-जमुनी तहजीब, इंडिया गैलरी, स्टेट गैलरी और सिटी गैलरी में चित्रण और वर्णन की व्याख्या की जाएगी.
आगरा में पर्यटन परियोजनाओं की हुई समीक्षा बैठक
पर्यटन भवन स्थित सभागार में पर्यटन मंत्री राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने आगरा में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान आगरा के फतेहाबाद रोड पर 190 करोड़ की लागत से बन रहे छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय के निर्माण का ब्लूप्रिंट पेश किया गया. वहीं इस संग्रहालय में आठ गैलरी का निर्माण किया जाएगा. इसमें छत्रपति शिवाजी के जीवन काल से संबंधित घटनाएं, ब्रज क्षेत्र, आगरा का इतिहास, गंगा-जमुनी तहजीब, इंडिया गैलरी और स्टेट गैलरी होगी.
आगरा के हर एक पहलू को छुएगा यह संग्रहालय
डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि म्यूजियम की गैलरी में आगरा के महत्वपूर्ण पर्यटन, ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों को भी प्रदर्शित किया जाय. उन्होंने कहा कि आगरा एवं ब्रज क्षेत्र के खानपान, लोकगीत, संस्कृति, चित्रकला, राजस्थानी हस्तकला के संबंध में जानकारी विभिन्न विधियों के माध्यम से प्रदर्शित की जाए. वहीं उन्होंने कहा कि म्यूजियम की भव्यता एवं सुंदरता को बढ़ाने के उद्देश्य से म्यूजियम के प्रवेश द्वार पर छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाए.