ETV Bharat / state

बाइक बोट घोटालाः EOW और STF टीम पहुंची बीएन तिवारी के दफ्तर - बाइक बोट घोटाले के आरोपी

बाइक बोट घोटाले के आरोपी बीएन तिवारी की दो लग्जरी गाड़ियां उनके दफ्तर पर छोड़ कर भागने की जानकारी मिलते ही ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीम मंगलवार शाम उनके दफ्तर पहुंच गई. टीम ने ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की लेकिन दोनों गाड़ियों का कुछ पता नहीं लग सका.

बीएन तिवारी
बीएन तिवारी
author img

By

Published : Mar 17, 2021, 10:23 AM IST

लखनऊः बाइक बोट घोटाले के आरोपी बीएन तिवारी की दो लग्जरी गाड़ियां न्यूज चैनल के दफ्तर पर छोड़ कर भागने की जानकारी मिलते ही ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीम मंगलवार शाम न्यूज चैनल के दफ्तर पहुंच गई. टीम ने ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों और न्यूज चैनल की देखरेख कर रहे एडमिन से आधे घंटे लंबी पूछताछ की. हालांकि, टीम को दोनों गाड़ियां अभी नहीं मिली हैं, लेकिन ईओडब्ल्यू के अफसरों का कहना है कि बहुत जल्द गाड़ियां बरामद कर ली जाएंगी.

गाड़ी छोड़कर भाग गए थे विधायक के गुर्गे
ईओडब्ल्यू ने आरोपी बीएन तिवारी को पिछले दिनों रिमांड पर लेकर दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की थी. इनकी खबर मीडिया में आने के बाद खुद को जांच के दायरे में फंसता देख बीते शनिवार को पूर्व विधायक के गुर्गे चैनल मालिक बीएन तिवारी के गोमती नगर स्थित ऑफिस में दोनों गाड़ियां खड़ी कर चाबी रिसेप्शन पर फेंक कर भाग खड़े हुए थे. मालिक के करीबी और चैनल का काम देख रहे एक कर्मचारी ने आनन-फानन में दोनों गाड़ियां वहां से हटवा दिया था. गाड़ी कहां ले जाई गईं है इसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है.

ईओडब्ल्यू और एसटीएफ ने शुरू की पड़ताल
मंगलवार को ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीम गोमती नगर स्थित बीएन तिवारी के चैनल पहुंची. वहां टीम ने ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों और कंपनी के एडमिन से करीब आधे घंटे लंबी पूछताछ की. हालांकि, कर्मचारियों ने उन्हें इधर-उधर की बात कर टरका दिया. लेकिन ईओडब्ल्यू के अफसरों का कहना है कि दोनों गाड़ियां ऑफिस के एक कर्मचारी ने हटाई हैं जिसे चिन्हित कर लिया गया है. मोबाइल फोन के लोकेशन निकाल बहुत जल्द गाड़ियां बरामद कर ली जाएंगी. ईओडब्ल्यू और एसटीएफ ने न्यूज चैनल के मालिक बीएन तिवारी के बेटे कुश और मनोज के ठिकानों के बारे में भी पूछताछ की.

लग्जरी गाड़ियां ले गया था सपा का पूर्व विधायक
ईओडब्ल्यू की मानें तो आरोपी बीएन तिवारी अपने कई पूंजीपति साथियों का पैसा कारोबार में निवेश कराया था. इनमें सुल्तानपुर के सपा के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं. पूर्व विधायक ने बीएन तिवारी के साथ 5 करोड़ रुपये लगाए थे. बाइक बोट घोटाले में बीएन तिवारी के फंसने के बाद विधायक ने अपना पैसा लौटाने का दबाव बनाया. पैसा न लौटाने पर पूर्व विधायक ने चैनल में घुसकर बीएन तिवारी से अभद्रता की और उनकी मर्सिडीज और एक एसयूवी लग्जरी गाड़ियां उठा ले गया था.

यह भी पढ़ेंः-बाइक बोट घोटालाः बीएन तिवारी की दो और लग्जरी गाड़ियों का लगा पता

ये था मामला
ईओडब्ल्यू के एसपी ने बताया कि 4200 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में निजी टीवी चैनल के निदेशक बीएन तिवारी को एसटीएफ लखनऊ की टीम ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था. ईओडब्ल्यू ने कोर्ट के आदेश पर बीएन तिवारी को रिमांड पर लेकर दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की थी. ईओडब्ल्यू को दो और गाड़ियों की तलाश है.

लखनऊः बाइक बोट घोटाले के आरोपी बीएन तिवारी की दो लग्जरी गाड़ियां न्यूज चैनल के दफ्तर पर छोड़ कर भागने की जानकारी मिलते ही ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीम मंगलवार शाम न्यूज चैनल के दफ्तर पहुंच गई. टीम ने ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों और न्यूज चैनल की देखरेख कर रहे एडमिन से आधे घंटे लंबी पूछताछ की. हालांकि, टीम को दोनों गाड़ियां अभी नहीं मिली हैं, लेकिन ईओडब्ल्यू के अफसरों का कहना है कि बहुत जल्द गाड़ियां बरामद कर ली जाएंगी.

गाड़ी छोड़कर भाग गए थे विधायक के गुर्गे
ईओडब्ल्यू ने आरोपी बीएन तिवारी को पिछले दिनों रिमांड पर लेकर दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की थी. इनकी खबर मीडिया में आने के बाद खुद को जांच के दायरे में फंसता देख बीते शनिवार को पूर्व विधायक के गुर्गे चैनल मालिक बीएन तिवारी के गोमती नगर स्थित ऑफिस में दोनों गाड़ियां खड़ी कर चाबी रिसेप्शन पर फेंक कर भाग खड़े हुए थे. मालिक के करीबी और चैनल का काम देख रहे एक कर्मचारी ने आनन-फानन में दोनों गाड़ियां वहां से हटवा दिया था. गाड़ी कहां ले जाई गईं है इसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है.

ईओडब्ल्यू और एसटीएफ ने शुरू की पड़ताल
मंगलवार को ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीम गोमती नगर स्थित बीएन तिवारी के चैनल पहुंची. वहां टीम ने ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों और कंपनी के एडमिन से करीब आधे घंटे लंबी पूछताछ की. हालांकि, कर्मचारियों ने उन्हें इधर-उधर की बात कर टरका दिया. लेकिन ईओडब्ल्यू के अफसरों का कहना है कि दोनों गाड़ियां ऑफिस के एक कर्मचारी ने हटाई हैं जिसे चिन्हित कर लिया गया है. मोबाइल फोन के लोकेशन निकाल बहुत जल्द गाड़ियां बरामद कर ली जाएंगी. ईओडब्ल्यू और एसटीएफ ने न्यूज चैनल के मालिक बीएन तिवारी के बेटे कुश और मनोज के ठिकानों के बारे में भी पूछताछ की.

लग्जरी गाड़ियां ले गया था सपा का पूर्व विधायक
ईओडब्ल्यू की मानें तो आरोपी बीएन तिवारी अपने कई पूंजीपति साथियों का पैसा कारोबार में निवेश कराया था. इनमें सुल्तानपुर के सपा के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं. पूर्व विधायक ने बीएन तिवारी के साथ 5 करोड़ रुपये लगाए थे. बाइक बोट घोटाले में बीएन तिवारी के फंसने के बाद विधायक ने अपना पैसा लौटाने का दबाव बनाया. पैसा न लौटाने पर पूर्व विधायक ने चैनल में घुसकर बीएन तिवारी से अभद्रता की और उनकी मर्सिडीज और एक एसयूवी लग्जरी गाड़ियां उठा ले गया था.

यह भी पढ़ेंः-बाइक बोट घोटालाः बीएन तिवारी की दो और लग्जरी गाड़ियों का लगा पता

ये था मामला
ईओडब्ल्यू के एसपी ने बताया कि 4200 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में निजी टीवी चैनल के निदेशक बीएन तिवारी को एसटीएफ लखनऊ की टीम ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था. ईओडब्ल्यू ने कोर्ट के आदेश पर बीएन तिवारी को रिमांड पर लेकर दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की थी. ईओडब्ल्यू को दो और गाड़ियों की तलाश है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.