लखनऊ: नगर निगम ने कैसरबाग इलाके में अवैध रूप से कब्जा की गई कॉमर्शियल जमीन को कब्जे से मुक्त कराया. वहां के लोग नगर निगम की इस जमीन पर मछली मंडी खोल कर व्यापार कर रहे थे. कब्जा मुक्त जमीन की कीमत लाखों में बताई जा रही है. अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी ने बताया कि 3 हजार स्क्वायर से ज्यादा जमीन पर कब्जा है. जिसमें से काफी हिस्से को खाली करा लिया गया है. आगे भी अभियान जारी रहेगा.
लखनऊ नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते ने सोमवार को कैसरबाग इलाके में अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन को कब्जा मुक्त कराया है. नगर निगम की इस जमीन पर वहां के लोगों ने अतिक्रमण करते हुए पक्के मकान बना लिए थे. बड़ी संख्या में पक्की दुकानें भी बनाई गई थी. नगर आयुक्त द्वारा कराई गई जांच में अतिक्रमण की पुष्टि हुई थी. आदेश में मकानों को तोड़ने और जमीन को मुक्त कराने के लिए कहा गया था. सोमवार को पुलिस फोर्स की मदद से अवैध निर्माण को तोड़ा गया.
नगर निगम की जमीन पर बड़े पैमाने पर हो रहा था मछली बेचने का कारोबार
राजधानी लखनऊ के कैसरबाग मेन चौराहा से चंद कदमों की दूरी पर नगर निगम की जमीन पर बड़े पैमाने पर मछली बेचने का कारोबार किया जा रहा था. यह कारोबार अवैध रूप से किया जा रहा था. इस जमीन को आज अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी और नगर निगम प्रशासन की टीम के साथ मिलकर मुक्त कराया गया है. अवैध तरीके से बने मकानों और पक्की दुकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है.
अतिक्रमणकारियों ने किया विरोध, पुलिस ने संभाला मोर्चा
नगर निगम की इस जमीन पर वहां के लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा था. अपनी जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए पहुंची नगर निगम की टीम को वहां के लोगों ने घेर लिया और कार्रवाई का विरोध करने लगे. बवाल की स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने बीच बचाव करते हुए मामला शांत कराया.
अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया था. इस जमीन को पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में कब्जा मुक्त करा लिया गया है. बची जमीन को भी जल्द ही मुक्त करा लिया जाएगा. अर्चना द्विवेदी ने बताया कि इन लोगों को सरकारी योजनाओं के अनुसार घर दिए जाएंगे.