लखनऊ: बीते करीब साढ़े 3 साल से जेल में बंद सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ने वाली हैं. सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो एक्ट की कार्यवाही व अवैध खनन के मामले में दोषी गायत्री प्रजापति को फिलहाल राहत नहीं मिल रही है. बताया जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में अब एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम उनसे पूछताछ करेगी.
6 गुना बढ़ी सम्पत्ति
अखिलेश यादव सरकार में परिवहन के बाद खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति ने साल 2012 से 2017 के दौरान मंत्री रहते हुए से 6 गुना अधिक संपत्तियां बनाई. इस दौरान अवैध स्त्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीब थी. जबकि उनके पास 3 करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिली हैं. ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली है, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गई है. यह संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायक और ड्राइवरों के नाम पर है.
गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ विजिलेंस ने भी लगभग दो माह पहले आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. जांच में गायत्री की लखनऊ, अमेठी, सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ में 21 संपत्तियां सामने आई. इससे पहले 4 सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूर्व मंत्री को अंतरिम जमानत दी थी.
तेज हुई खनन घोटाले की पड़तताल
खनन घोटाले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही दोबारा पूछताछ करेगी. कौशांबी के डीएम रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी आईएएस सत्येंद्र सिंह के ठिकानों पर सीबीआई की छानबीन के बाद उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले की पड़ताल तेज हो गई है. इसी घोटाले में गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है.
बेटे को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ जिला जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति का मामला सामने आया था. इस मामले में उनके बेटे अनिल प्रजापति को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. अनिल प्रजापति के खिलाफ लखनऊ के खरगापुर गोमती नगर निवासी ब्रज भवन ने गोमती नगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था.
लखनऊ जिला जेल में बंद हैं पूर्व मंत्री
पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में लखनऊ जेल में बंद हैं. गायत्री प्रजापति के खिलाफ साल 2017 में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था. केस में 3 जून 2017 को गायत्री के अलावा छह अन्य पर चार्जशीट दाखिल की गई थी. इसके बाद 18 जुलाई 2017 को लखनऊ के पास्को स्पेशल कोर्ट ने सातों आरोपियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था.