लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 750 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह के साथ धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रही है. गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है. सीबीआई की लखनऊ टीम ने मनी लांड्रिंग कानून के तहत चिल्लू पार से विधायक और लखनऊ स्थित गंगोत्री इंटरप्राइजेज के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की है. Enforcement Case Information Report यानि ईसीआईआर पुलिस की दर्ज प्राथमिकी की तरह ही होती है.
बैंक ऑफ इंडिया समूह के साथ धोखाधड़ी का मामला
बैंक ऑफ इंडिया समूह के बैंकों के साथ 754 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गोरखपुर के चिल्लूपार से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और उनकी कंपनी के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. चूंकि सीबीआई भी इस मामले में पहले से जांच कर रही है लिहाजा ईडी ने सीबीआई की रिपोर्ट का अध्ययन भी किया था. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर ईडी के जांच के दायरे में चार और प्रकरण हैं, जिसके चलते बैंक के धान को दूसरे मद में ले जाया गया और भारी पैमाने पर अनियमितता बरती गई. इस मामले में ईडी ने विनय शंकर तिवारी की पत्नी रीता पर भी मामला दर्ज किया है. विनय शंकर तिवारी बाहुबली नेता रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र हैं.
बैंक से धोखाधड़ी के मामले में बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के खिलाफ केस दर्ज - बैंक ऑफ इंडिया
बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 750 करोड़ रुपये से अधिक के धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया है. ईडी ने विनय शंकर तिवारी की पत्नी रीता के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई भी पहले से ही जांच कर रही है.
![बैंक से धोखाधड़ी के मामले में बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के खिलाफ केस दर्ज बसपा विधायक के ऊपर केस दर्ज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10405013-1083-10405013-1611773814349.jpg?imwidth=3840)
लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 750 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह के साथ धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रही है. गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है. सीबीआई की लखनऊ टीम ने मनी लांड्रिंग कानून के तहत चिल्लू पार से विधायक और लखनऊ स्थित गंगोत्री इंटरप्राइजेज के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की है. Enforcement Case Information Report यानि ईसीआईआर पुलिस की दर्ज प्राथमिकी की तरह ही होती है.
बैंक ऑफ इंडिया समूह के साथ धोखाधड़ी का मामला
बैंक ऑफ इंडिया समूह के बैंकों के साथ 754 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गोरखपुर के चिल्लूपार से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी और उनकी कंपनी के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. चूंकि सीबीआई भी इस मामले में पहले से जांच कर रही है लिहाजा ईडी ने सीबीआई की रिपोर्ट का अध्ययन भी किया था. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर ईडी के जांच के दायरे में चार और प्रकरण हैं, जिसके चलते बैंक के धान को दूसरे मद में ले जाया गया और भारी पैमाने पर अनियमितता बरती गई. इस मामले में ईडी ने विनय शंकर तिवारी की पत्नी रीता पर भी मामला दर्ज किया है. विनय शंकर तिवारी बाहुबली नेता रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र हैं.