लखनऊ : होली पर्व से जुड़ी तमाम घटनाओं के मद्देनजर अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सक और जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता पूरी है. किसी भी अप्रिय घटना या सड़क दुर्घटना में चिकित्सकीय प्रबन्धन के लिए प्रदेशभर के अस्पतालों की इमरजेंसी व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश हैं, वहीं शहर के प्रमुख चौराहों के साथ ही हॉट स्पाट क्षेत्र पर 108 एंबुलेंस तैनात रहेगी. एंबुलेंस में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध होंगी, ताकि इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) मरीजों को प्राथमिक इलाज दे सकें.
108 एवं 102 एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी के मीडिया प्रभारी सुनील यादव का कहना है कि 'प्रदेश भर में 2200 एंबुलेंस 108 वाली और गर्भवती व बच्चों के लिए 102 वाली 2270 एंबुलेंस, जिलों में मुख्य चौराहों एवं संभावित हाॅट स्पाट क्षेत्र में सक्रिय रहेंगी. सभी में जीवन रक्षक दवाओं के साथ ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) को निर्देश दिए गए हैं कि कंट्रोल रूम से फोन आने का इंतजार जरूरी नहीं है, बल्कि आसपास दुर्घटना की जानकारी मिलने पर स्वयं से मौके पर पहुंचकर प्राथमिक इलाज उपलब्ध कराया जाए और जरूरत समझकर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जाए. उन्होंने बताया कि एंबुलेंस में जीवन रक्षक दवाओं के साथ ही ईएमटी और ड्राइवरों की ड्यूटी चार्ट तैयार किया जा चुका है.'
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट : स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालयों में कंट्रोल रूम स्थापित कर सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी एलर्ट कर दिया गया है. सीएमओ लखनऊ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि 'सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) की इमरजेंसी में विशेषज्ञ डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है.'
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