लखनऊ: अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक राज्य में जनवरी में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ. सरकार ने पहले हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का फैसला किया. इसके बाद फ्रंट वर्करों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. बाद में 60 वर्ष से ऊपर, 45 साल से अधिक बीमार लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. अब 45 साल से ज्यादा सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है.
गुरुवार को उत्तर प्रदेश में फोकस वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया. इसमें 45 वर्ष के मीडिया कर्मियों ने टीका लगवाया. वहीं 11 अप्रैल से निजी और सरकारी दफ्तरों में टीका लगाया जाएगा. सरकारी दफ्तर में सरकारी अस्पताल की टीम और निजी दफ्तर में निजी अस्पताल की टीम टीकाकरण करेगी. निजी अस्पताल द्वारा तय शुल्क प्रति डोज लेंगे. अब तक 78 लाख 67 हजार 697 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है.
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जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी में सप्ताह में छह कार्यदिवसों में वैक्सीन लगाई जा रही है. राजकीय और अन्य अवकाश पड़ने पर भी वैक्सीनेशन का काम बंद नहीं होता है. पीएचसी, हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी वैक्सीन लगाई जा रही है. सरकार ने हर रोज 7 लाख डोज वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है.
अभी यह है नियम
- सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय व सीएचसी पर सोमवार से शनिवार तक.
- रविवार को छुट्टी, राजकीय अवकाश के दिन लगेगी वैक्सीन.
- पीएचसी-हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सोमवार, गुरुवार व शुक्रवार को वैक्सीनेशन.
- कोविन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व सेंटर पर ऑफ लाइन पंजीकरण.
- दो तरह की वैक्सीन है, पहली का नाम है को-वैक्सीन, दूसरा नाम है कोविड-शील्ड.
- जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवाई है, उनकी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगेगी.
- कोविड शील्ड लगवाई है। दूसरी छह से आठ सप्ताह के बीच लगेगी.