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बिजली कंपनियों की लापरवाही से बेमौत मर रहे इंसान और बेजुबान, अब तक गई हजारों की जान - बिजली से जानवरों की मौत

उत्तर प्रदेश में बिजली कंपनियों की लापरवाही के चलते हर साल हजारों इंसान और बेजुबान जानवर जान गवांते हैं. इसके बावजूद बिजली विभाग ऐसी दुर्घटनाओं की ओर से आंखें फेरे हुए है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग से ध्यान देने की मांग की है.

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Published : Jul 13, 2023, 4:24 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिजली कंपनियों की लापरवाही के चलते हो रहीं दुर्घटनाओं से लोगों की जान जा रही है. अब तक बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं में 1428 इंसानों की जान जा चुकी है. जबकि 2002 बेजुबान भी अपनी जान गवां चुके हैं. हर रोज चार जानें बिजली विभाग की लापरवाही से जा रही हैं. यह आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं. विद्युत सुरक्षा निदेशालय की तरफ से यह आंकड़े तैयार किए गए हैं, जिसका खुलासा हुआ है. पिछले पांच साल में विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाली इंसानों और बेजुबानों की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई है. इस गंभीर मामले पर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग से ध्यान देने की मांग की है.

विद्युत नियामक आयोग को भेजा गया है पत्र.
विद्युत नियामक आयोग को भेजा गया है पत्र.

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि 30 जून 2023 को उत्तर प्रदेश विद्युत सुरक्षा निदेशालय की तरफ से केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को विद्युत दुर्घटनाओं संबंधी वर्ष 2022- 23 की रिपोर्ट भेजी गई है. उससे जो खुलासा हुआ है उससे उत्तर प्रदेश में अब तक ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास में सर्वाधिक विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 1428 हो गई है. लगभग 2002 बेजुबान जानवरों की मृत्यु भी हुई है.

बिजली दुर्घटनाओं के आंकड़े.
बिजली दुर्घटनाओं के आंकड़े.

यह आंकड़े साबित करते हैं कि हर दिन विद्युत दुर्घटना से लगभग चार व्यक्तियों की जान जा रही हैं जो अपने आप में बहुत ही गंभीर मामला है. जहां पर 2015-16 में विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 723 थी. वहीं मात्र पांच साल बाद विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या में दो गुना बढ़ोतरी हुई है. इसके बावजूद बिजली विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.



यह भी पढ़ें : छेड़छाड़ का विरोध करने पर सरेराह छात्रा को जमीन पर गिराकर पीटने वाला मुठभेड़ में गिरफ्तार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिजली कंपनियों की लापरवाही के चलते हो रहीं दुर्घटनाओं से लोगों की जान जा रही है. अब तक बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं में 1428 इंसानों की जान जा चुकी है. जबकि 2002 बेजुबान भी अपनी जान गवां चुके हैं. हर रोज चार जानें बिजली विभाग की लापरवाही से जा रही हैं. यह आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं. विद्युत सुरक्षा निदेशालय की तरफ से यह आंकड़े तैयार किए गए हैं, जिसका खुलासा हुआ है. पिछले पांच साल में विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाली इंसानों और बेजुबानों की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई है. इस गंभीर मामले पर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग से ध्यान देने की मांग की है.

विद्युत नियामक आयोग को भेजा गया है पत्र.
विद्युत नियामक आयोग को भेजा गया है पत्र.

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि 30 जून 2023 को उत्तर प्रदेश विद्युत सुरक्षा निदेशालय की तरफ से केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को विद्युत दुर्घटनाओं संबंधी वर्ष 2022- 23 की रिपोर्ट भेजी गई है. उससे जो खुलासा हुआ है उससे उत्तर प्रदेश में अब तक ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास में सर्वाधिक विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 1428 हो गई है. लगभग 2002 बेजुबान जानवरों की मृत्यु भी हुई है.

बिजली दुर्घटनाओं के आंकड़े.
बिजली दुर्घटनाओं के आंकड़े.

यह आंकड़े साबित करते हैं कि हर दिन विद्युत दुर्घटना से लगभग चार व्यक्तियों की जान जा रही हैं जो अपने आप में बहुत ही गंभीर मामला है. जहां पर 2015-16 में विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 723 थी. वहीं मात्र पांच साल बाद विद्युत दुर्घटनाओं से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या में दो गुना बढ़ोतरी हुई है. इसके बावजूद बिजली विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.



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