लखनऊ : राजधानी लखनऊ में बारिश का पानी उपकेंद्रों के अंदर घुस गया. जिससे उपकरण ध्वस्त हो गए. कहीं एहतियातन बिजली बंद कर दी गई तो कहीं ध्वस्त हुई बिजली को दुरुस्त करने में ही कई घंटे लग गए. कुल मिलाकर बारिश से बिजली आपूर्ति बुरी तरह बाधित हुई. लखनऊ की बात की जाए तो यहां के ज्यादातर इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई. वीआईपी इलाके भी बारिश से हुए जलभराव के चलते बिजली आपूर्ति बाधित होने से बच नहीं सकी. वीवीआईपी इलाकों में भी कई घंटे बिजली गुल रही.
गोमतीनगर, हजरतगंज, आलमबाग, कैंट क्षेत्र समेत कई इलाकों के लोगों को भारी बारिश के चलते बिजली कटौती का सामना करना पड़ा. कैंट इलाके के माल एवेन्यू क्षेत्र में तो सुबह ही छह घंटे के लिए बिजली गुल हो गई. यहां पर उपकरणों में तकनीकी खराबी आने के बाद विभागीय अधिकारियों के तरफ से कही गई. इसके अलावा चारबाग, राजाजीपुरम, ,तेलीबाग, पीजीआई,आलमनगर, अमीनाबाद, ठाकुरगंज, चौक, नक्खास, मौलवीगंज, चौपटिया, आशियाना, सरोजनीनगर, ट्रांसपोर्ट नगर, इंदिरानगर, पटेलनगर, इस्माईलगंज, चिनहट, सुरेंद्रनगर, इंदिरा नगर, सेक्टर 14 इंदिरा नगर, सेक्टर 8, महिला पॉलिटेक्निक से पोषित विभिन्न इलाकों के बिजली आपूर्ति चौपट रही. जीपीआरए विद्युत वितरण खंड के बक्शी का तालाब उपकेंद्र से पोषित इलाकों में बीती रात कई इलाकों में बत्ती गुल हो गई. गुल हुई बिजली को बहाल करने में कई घंटे लग गए. कुल मिलाकर शहर का कोई इलाका ऐसा नहीं रहा जहां पर बिजली संकट न रहा हो. ग्रामीण इलाकों की तो स्थिति यह हुई कि बिजली गुल हुई तो फिर 12 घंटे बाद ही वापसी हो पाई.
उत्तर प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बारिश के मौसम में विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कर्मचारियों को इस मौसम में लापरवाही न करने और सजकता बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि भारी बारिश को देखते हुए विद्युत वितरण में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी विशेष सजगता बरतें. उन्होंने सोमवार को शक्ति भवन में विद्युत आपूर्ति सम्बन्धी समीक्षा की.
पाॅवर काॅरपोरेशन के चेयरमैन आशीष गोयल ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण अनेक स्थानों पर जलभराव की सूचना मिली है. ऐसे मौसम में विद्युत लाइनों, खम्भों और अन्य उपकरणों की छतिग्रस्तता बढ़ गई है. मौसम विभाग ने 12 सितंबर तक बारिश की सम्भावना भी व्यक्त की है. ऐसी स्थिति में विद्युत आपूर्ति सामान्य रहे और स्थानीय बिजली खामियों को कम से कम समय में ठीक कर लिया जाए. इसके लिए अधिकारी और कर्मचारी खास सतर्कता बरतें. अध्यक्ष आशीष गोयल ने कहा है कि अनुरक्षण कार्यों में भी सुरक्षा के प्रति पूरी सावधानी बरती जाए. सुरक्षा मानकों का शत प्रतिशत पालन हो. सभी अनुरक्षण कार्य के लिए जरूरी उपकरण का प्रयोग करें. 1912 टोल फ्री नम्बर पर सप्लाई और क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर के बदलने से सम्बन्धित शिकायतों का भी तत्परता से निस्तारण कराया जाए. विद्युत वितरण में कार्यरत कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग कर लें जिससे जलभराव या अन्य कारणों से होने वाली बिजली दुर्घटनाओं से बचा जा सके, साथ ही विद्युत आपूर्ति भी सामान्य रहे.
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