लखनऊ: प्रयागराज से लखनऊ की तरफ चलने वाली सभी ट्रेनें अप्रैल के पहले पखवाड़े से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ दौड़ना शुरू कर देंगी. इस रेलमार्ग पर विद्युत चालित इंजन से ट्रेनों को चलाने के लिए ऊंचाहार से रायबरेली के मध्य विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है. 24 मार्च को सीआरएस ने निरीक्षण कर ट्रेनों के संचालन को हरी झंडी दे दी है.
बोर्ड से एक सप्ताह में हरी झंडी मिलने की उम्मीद
उम्मीद है कि रेलवे बोर्ड से अगले एक सप्ताह में यात्री ट्रेनों के संचालन की हरी झंडी भी मिल जाएगी. यह कार्य रेल विकास निगम ने किया है. आरवीएनएल अब तक वित्त वर्ष में करीब 1500 आरकेएम विद्युतीकरण कर चुका है. इसके अलावा 2800 RKM विद्युतीकरण केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन ने किया है. प्रयागराज से लखनऊ तक पूरा रेलमार्ग अब पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है.
इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर चलेंगी ये ट्रेनें
इस मार्ग के खुल जाने से प्रयाग संगम से लखनऊ के बीच चलने वाली गंगा- गोमती एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, प्रयाग संगम से सहारनपुर तक जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस, प्रयाग संगम बरेली पैसेंजर और लखनऊ-बैंगलोर एक्सप्रेस वाया ऊंचाहार भी अब इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर चलेंगी. इन ट्रेनों में जोनल रेलवे चरणबद्ध तरीके से उपलब्धता के आधार पर इलेक्ट्रिक इंजन का इस्तेमाल करेगा. यही नहीं, सीआरएस ने दरियापुर-डलमऊ रेल सेक्शन को भी इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों के संचालन को हरी झंडी दे दी है.