लखनऊ: हाथरस गैंगरेप मामले में विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का काम कर रही है. वहीं इस मामले में जातीय दंगा भड़काने की भी साजिश रची जा रही है. इस साजिश के तहत एक वेबसाइट "justiceforhathrasvictime" बनाई गई. इस वेबसाइट की मदद से जहां लोगों को दंगे के लिए उकसाने का प्रयास किया गया. साथ ही इस मामले में पीड़िता के नाम पर धन इकट्ठा करने का मामला सामने आ रहा है. इसको लेकर हाथरस में एफआईआर दर्ज की गई है.
इस मामले में ईडी भी सक्रिय हो गई है और वेबसाइट द्वारा पैसे जुटाने को लेकर जांच कर रही है. ईडी की एक टीम ने वेबसाइट के बारे में व वेबसाइट से जुड़े हुए अकाउंट के बारे में जानकारी जुटाई है. प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि वेबसाइट की मदद से काफी पैसा जुटाया गया है. अब ईडी यह पता करने पर लगी हुई है कि वेबसाइट की मदद से जो पैसा रिसीव किया गया उसको कहां-कहां भेजा गया है.
जानकारी के अनुसार, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत हाथरस की एक वेबसाइट से जुड़े हुए लोगों पर मामला दर्ज करेगी. एक अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद जुटाए गए पैसे को रिकवर करने की कार्रवाई की जाएगी.
एडीजी प्रशांत कुमार के निर्देशों पर कई टीमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे लोगों की तलाश कर रही हैं. जिन्होंने दंगा फैलाने को शांतिभंग करने के लिए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किए हैं. उत्तर प्रदेश के तमाम संगठन के कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस ने नजर बनाए रखी है, जो पहले प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग कराने के आरोपी रहे हैं.
मथुरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) संगठन से जुड़े हुए 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. वहीं अब तक शांति भंग करने को लेकर उत्तर प्रदेश में 19 FIR दर्ज की गई है. जिसमें से 13 लोगों को माहौल बिगाड़ने के लिए व सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. जिसमें 6 एफआईआर सिर्फ हाथरस में दर्ज की गई है.