लखनऊ: रेलवे में इस भीषण गर्मी में ट्रेनों का सफर करना यात्रियों के लिए लगातार दुश्वार होता जा रहा है. यात्रा के दौरान ट्रेन का एसी कूलिंग और कंबल-चादर की शिकायत आम होती जा रही है. इसको लेकर यात्री परेशान रहते हैं, क्योंकि किसी समस्या के लिए किस कर्मचारी से शिकायत करनी है, इसकी जानकारी नहीं होती है.
यात्रियों की इसी असुविधा को दूर करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेन अटेंडेंट का ड्रेस कोड जारी (Dress code issued by North Eastern Railway) कर दिया. जिससे अब यात्री आसानी से पहचान सकेंगे कि कौन सा कर्मचारी कंबल-चादर देगा और कौन मैकेनिक है, जिससे एसी कूलिंग, पंखा, चार्जिंग प्वाइंट की शिकायत कर समस्या को दूर कराया जा सकता.
बनारस मंडल में प्रयोग के तौर पर शुरू हुआ प्रोजेक्ट: पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रयोग के तौर पर वाराणसी मंडल में इस सुविधा की शुरुआत की है. वहां पर सफल प्रयोग के बाद इसको लखनऊ समेत अन्य डीवीजनों में भी शुरू किया जाएगा. साथ ही यात्रियों से इसमें परिवर्तन करने के लिए कई सुझाव मांगे गए है. यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए ड्रेस कोड में परिवर्तन करने का निर्णय लिया है.
अभी वाराणसी मंडल के बनारस, छपरा और मऊ स्टेशन पर कोचिंग डिपो के सभी रैक में इस व्यवस्था को 15 मई से शुरू कर दिया गया है. साथ ही ऑन बोर्ड लिनेन वितरण का काम भी शुरू करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि करीब एक महीने और प्रयोग के तौर पर इसका परीक्षण करेंगे. अगर यह सफल रहता है तो लखनऊ समेत अन्य डिवीजनों में भी इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा.
गोमतीनगर स्टेशन पर 279 यात्री बिना टिकट पकड़े गए: गोमतीनगर, ऐशबाग और लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशनों पर मजिस्ट्रेट टिकट चेकिंग अभियान सोमवार को चलाया गया. इस दौरान 14 विभिन्न ट्रेनों में छापेमारी कर बिना टिकट यात्रा करते हुए 279 यात्री पकड़ा. इन यात्रियों ने रेलवे ने एक लाख 85 हजार 480 रुपये को जुर्माना वसूला.