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डॉ. रोशन जैकब ने सहारा और मेयो हॉस्पिटल का किया औचक निरीक्षण

कोविड रोगियों के उपचार में अधिक वसूली की सूचना पर गुरुवार को लखनऊ की प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने सहारा और मेयो हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. प्रभारी अधिकारी ने दोनों अस्पतालों को नोटिस जारी किया है.

निरीक्षण
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Published : May 7, 2021, 9:07 AM IST

लखनऊः कोविड रोगियों के उपचार के लिए अधिक वसूली करने के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने गोमतीनगर स्थित सहारा और मेयो हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले प्रभारी अधिकारी गोमतीनगर स्थित सहारा हास्पिटल पहुंची. प्रभारी अधिकारी ने बिलिंग काउंटर का निरीक्षण किया. बिलिंग काउंटर पहुंचकर प्रभारी अधिकारी ने डिस्चार्ज हुए रोगियों के बिल के विवरण देखे.

कराया गया था अतिरिक्त भुगतान
निरीक्षण में पाया गया कि हॉस्पिटल द्वारा कन्सलटेंसी, फार्मा (मेडिसिन), प्रोसिजरल चार्जेस आदि अतिरिक भुगतान कराया गया था. साथ ही हॉस्पिटल द्वारा आरटीपीसीआर टेस्ट भी अधिक दर पर होता पाया गया, जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि तत्काल रोगियों से अधिक शुल्क लिया जाना बंद किया जाए और शासनादेश के अनुसार ही रोगी से उपचार शुल्क लिया जाना सुनिश्चित किया जाए. अधिकारी ने निर्देश दिया कि यदि शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अतिरिक्त अगर कोई विशेष दवा या जांच कराई जाती है तो उसका ब्यौरा बिल में स्पष्ट रूप से दिखाया जाए, रोगियों से अधिक शुल्क न वसूला जाए.

रोगियों से हाल-चाल के साथ लिया फीडबैक
इस दौरान प्रभारी अधिकारी सहारा हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में उपचार की व्यवस्थाओं का सत्यापन के उद्देश्य से पहुंची. कोविड वार्ड में जाकर प्रभारी अधिकारी ने रोगियों से उनका हाल चाल पूछा और उपचार सम्बंधित फीडबैक लिया. रोगियों ने बताया कि हॉस्पिटल द्वारा अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड रोगियों के उपचार की मॉनिटरिंग सीनियर डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन राउंड लेकर की जाए.

यह भी पढ़ेंः-पश्चिम बंगाल हिंसा पर बोले महंत नरेन्द्र गिरी, 'बर्खास्त हो ममता सरकार'

18000 प्रतिदिन के पैकेज का किया गया है निर्धारण
प्रभारी अधिकारी ने बताया कि शासनादेश के अनुसार कोविड 19 रोगी के उपचार के लिए 18000 प्रतिदिन के पैकेज का निर्धारण किया गया है. इसमें हाइपरटेंशन एवं अनियंत्रित डायबिटीज से पीड़ित रोगी भी सम्मिलित हैं. उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में निर्धारित शुल्क सभी सुविधाओं को सम्मिलित करते हुए पैकेज में उपचार किये जाने के लिए बेड, भोजन और अन्य सुविधाएं जैसे नर्सिंग केयर, मॉनिटरिंग, इमेजिंग सहित अन्य आवश्यक जांचे, विजिट/कन्सल्ट, चिकित्सक परीक्षण आदि सुविधाए सम्मिलित हैं. साथ ही रोगियों का उपचार तथा अल्प अवधि की हिमो डायलेसिस की सुविधा भी पैकेज में सम्मिलित है. इस पैकेज में आरटीपीसीआर टेस्ट और आईएल 6 टेस्ट को सम्मिलित नहीं किया गया है, लेकिन आरटीपीसीआर टेस्ट की दर का भी निर्धारण किया गया है.

दो अस्पतालों को जारी किया नोटिस
प्रभारी अधिकारी ने गोमतीनगर स्थित सहारा और मेयो हॉस्पिटल को नोटिस जारी करते हुए निर्देश दिया कि तत्काल शासनादेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित कराया जाए अन्यथा एपेडेमिक एक्ट के तहत कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. डाॅ. रोशन जैकब ने बताया कि काॅल सेंटर ने 242 लोगों से सम्पर्क किया, जिसमें 42 व्यक्तियों द्वारा यह सूचना दी गई कि उनसे आरआरटी द्वारा न ही सम्पर्क किया गया और न ही उन्हें दवायें मिली हैं. इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि सम्बंधित प्रभारी चिकित्साधिकारियों से भ्रामक रिपोर्टिंग किये जाने पर स्पष्टीकरण प्राप्त करें कि क्यों न इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जाये.

लखनऊः कोविड रोगियों के उपचार के लिए अधिक वसूली करने के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने गोमतीनगर स्थित सहारा और मेयो हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले प्रभारी अधिकारी गोमतीनगर स्थित सहारा हास्पिटल पहुंची. प्रभारी अधिकारी ने बिलिंग काउंटर का निरीक्षण किया. बिलिंग काउंटर पहुंचकर प्रभारी अधिकारी ने डिस्चार्ज हुए रोगियों के बिल के विवरण देखे.

कराया गया था अतिरिक्त भुगतान
निरीक्षण में पाया गया कि हॉस्पिटल द्वारा कन्सलटेंसी, फार्मा (मेडिसिन), प्रोसिजरल चार्जेस आदि अतिरिक भुगतान कराया गया था. साथ ही हॉस्पिटल द्वारा आरटीपीसीआर टेस्ट भी अधिक दर पर होता पाया गया, जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि तत्काल रोगियों से अधिक शुल्क लिया जाना बंद किया जाए और शासनादेश के अनुसार ही रोगी से उपचार शुल्क लिया जाना सुनिश्चित किया जाए. अधिकारी ने निर्देश दिया कि यदि शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अतिरिक्त अगर कोई विशेष दवा या जांच कराई जाती है तो उसका ब्यौरा बिल में स्पष्ट रूप से दिखाया जाए, रोगियों से अधिक शुल्क न वसूला जाए.

रोगियों से हाल-चाल के साथ लिया फीडबैक
इस दौरान प्रभारी अधिकारी सहारा हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में उपचार की व्यवस्थाओं का सत्यापन के उद्देश्य से पहुंची. कोविड वार्ड में जाकर प्रभारी अधिकारी ने रोगियों से उनका हाल चाल पूछा और उपचार सम्बंधित फीडबैक लिया. रोगियों ने बताया कि हॉस्पिटल द्वारा अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड रोगियों के उपचार की मॉनिटरिंग सीनियर डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन राउंड लेकर की जाए.

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18000 प्रतिदिन के पैकेज का किया गया है निर्धारण
प्रभारी अधिकारी ने बताया कि शासनादेश के अनुसार कोविड 19 रोगी के उपचार के लिए 18000 प्रतिदिन के पैकेज का निर्धारण किया गया है. इसमें हाइपरटेंशन एवं अनियंत्रित डायबिटीज से पीड़ित रोगी भी सम्मिलित हैं. उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में निर्धारित शुल्क सभी सुविधाओं को सम्मिलित करते हुए पैकेज में उपचार किये जाने के लिए बेड, भोजन और अन्य सुविधाएं जैसे नर्सिंग केयर, मॉनिटरिंग, इमेजिंग सहित अन्य आवश्यक जांचे, विजिट/कन्सल्ट, चिकित्सक परीक्षण आदि सुविधाए सम्मिलित हैं. साथ ही रोगियों का उपचार तथा अल्प अवधि की हिमो डायलेसिस की सुविधा भी पैकेज में सम्मिलित है. इस पैकेज में आरटीपीसीआर टेस्ट और आईएल 6 टेस्ट को सम्मिलित नहीं किया गया है, लेकिन आरटीपीसीआर टेस्ट की दर का भी निर्धारण किया गया है.

दो अस्पतालों को जारी किया नोटिस
प्रभारी अधिकारी ने गोमतीनगर स्थित सहारा और मेयो हॉस्पिटल को नोटिस जारी करते हुए निर्देश दिया कि तत्काल शासनादेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित कराया जाए अन्यथा एपेडेमिक एक्ट के तहत कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. डाॅ. रोशन जैकब ने बताया कि काॅल सेंटर ने 242 लोगों से सम्पर्क किया, जिसमें 42 व्यक्तियों द्वारा यह सूचना दी गई कि उनसे आरआरटी द्वारा न ही सम्पर्क किया गया और न ही उन्हें दवायें मिली हैं. इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि सम्बंधित प्रभारी चिकित्साधिकारियों से भ्रामक रिपोर्टिंग किये जाने पर स्पष्टीकरण प्राप्त करें कि क्यों न इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जाये.

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