लखनऊ : फार्मेसिस्ट फेडरेशन से जुड़े अनेक वैज्ञानिक लगातार विश्व में अपनी ख्याति स्थापित कर देश का नाम रोशन कर रहे हैं. इसी क्रम में फार्मेसिस्ट फेडरेशन की वैज्ञानिक कमेटी के चेयरमैन प्रो. डॉ. हरलोकेश नारायण यादव को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए “फेलोशिप ऑफ इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंस अवार्ड” से सम्मानित किया गया है. वे अपने नाम के बाद सम्मान के रूप में एफआईएसीएस (FIACS) लिखने को अधिकृत हो गए हैं.
उत्तर प्रदेश के चंदौली निवासी डॉ. हरलोकेश नारायण यादव का नाम विश्व भर के उन 250 वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने अपना विशेष योगदान हृदय रोग के विभिन्न शोध के लिए दिया है. हाल ही में डॉ. यादव का शोध पत्र जनरल ऑफ न्यूट्रीशनल बायोकेमिस्ट्री के 113वें अंक में प्रकाशित किया गया है. जिसमें पल्मोनरी अर्टिरियल हाइपरटेंशन के इलाज में महत्वपूर्ण योगदान बताया गया है.
डॉ. हरलोकेश नारायण यादव एम्स दिल्ली के फार्माकोलोजी विभाग में एडिशनल प्रोफेसर हैं जो पल्मोनरी हाइपरटेन्शन नामक गंभीर बीमारी के बारे में महत्वपूर्ण अनुसंधान कार्य कर रहे हैं. इस बीमारी के पता लगने के 4 से 8 साल मे जादातर मरीजों की मृत्यु हो जाती है. इसके साथ ही अनेक रिसर्च डॉ. हरलोकेश द्वारा किए जा रहे हैं. डॉ. हरलोकेश फार्मेसिस्ट फेडरेशन साइंटिफिक कमेटी की साइंटिफिक विंग के चेयरमैन के रूप में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार सहित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से फार्मा वैज्ञानिकों, शिक्षकों, छात्रों और फार्मेसी विदों को अपग्रेड कर रहे हैं. इंटरनेशनल अवॉर्ड मिलने पर फार्मेसिस्ट फेडरेशन के संयोजक केके सचान, अध्यक्ष सुनील यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेपी नायक, उपाध्यक्ष ओपी सिंह, राजेश सिंह, महामंत्री अशोक कुमार, यूथ विंग के अध्यक्ष आदेश, महासचिव ज्ञान चंद्र, सचिव पीएस पाठक, रिटायर्ड विंग के अध्यक्ष जय सिंह सचान, महामंत्री आरआर चौधरी ने प्रोफेसर हरलोकेश को बधाई दी है.
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