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यूपी में होगा 45 हजार करोड़ का निवेश, सवा लाख को मिलेगा रोजगार

कोरोना के बीच उत्तर प्रदेश में देशी और विदेशी निवेश में तेजी आई है. इस बीच 45 हजार करोड़ के प्रस्ताव पर प्रदेश में काम चल रहा है. औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बताया कि इन प्रस्तावों से करीब 1 लाख 35 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा.

योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ
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Published : Oct 30, 2020, 7:49 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उद्यमियों को दी जा रही सहूलियत और बेहतर कानून व्यवस्था के दावों के बीच निवेश में तेजी आई है. कोरोना वायरस के संकट काल के बावजूद उत्तर प्रदेश में करीब 45 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इस निवेश के धरातल पर उतरने पर सवा लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा.

विदेशों से निवेश के प्रस्ताव
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बयान जारी कर दावा किया है कि प्रदेश में कोविड संकट के बावजूद देश और विदेश की कंपनियों की तरफ से 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आये हैं. इन पर काम शुरू कर दिया गया है. मुख्य रूप से देश के कई राज्यों के साथ ही अमेरिका, यूके, जर्मनी, जापान, कनाडा, दक्षिण कोरिया सहित अन्य देशों की कम्पनियों की तरफ से प्रस्ताव आये हैं. इससे प्रदेश के 1,35,362 लोगों को रोजगार मिलेगा. इनमें से तमाम कम्पनियों को प्रदेश के कई जिलों में कम्पनी बनाने के लिए जमीन आवंटन का काम भी हो गया है.

इन बड़ी कंपनियों के आये हैं प्रस्ताव
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार के मुताबिक, निवेश करने वाली कम्पनियों में हीरानंदानी ग्रुप, सूर्या ग्लोबल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमजी कैप्सूल्स, केशो पैकेजिंग, माउंटेन व्यू टेक्नोलॉजी सहित कई अन्य शामिल हैं. इन सभी कंपनियों को विकास प्राधिकरणों की तरफ से निवेश योजनाओं के लिए लगभग 426 एकड़ (326 भूखण्ड) आवंटित किए गए हैं. इनमें करीब 6,700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित हैं.

कम्पनियों के ये हैं प्रमुख निवेश प्रस्ताव

  • हीरानंदानी ग्रुप ग्रेटर नोएडा में 20 एकड़ जमीन पर उत्तर भारत का सबसे बड़ा डाटा सेंटर बनाने में 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
  • डिक्सन टेक्नोलॉजीज़ की तरफ से कन्ज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में नोएडा ग्रेटर नोएडा में 200 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • वॉन वेलिक्स जर्मनी की तरफ से यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण और आगरा में फुटवियर प्लांट निर्माण में 300 करोड़ रुपये का निवेश.
  • ब्रिटानिया इण्डस्ट्रीज वाराणसी में 300 करोड़ की लागत से एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण यूनिट प्रस्ताव.
  • एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड एबी मौरी यूके की तरफ से खमीर यूनिट के लिए चित्रकूट में 750 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • सूर्या ग्लोबल फ्लेक्सी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में पीओपीपी, बीओपीईटी, मेटालाइज़्ड प्रोडक्शन फ़िल्म प्लांट में 953 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • मैक सॉफ्टवेयर यूएस की तरफ से सॉफ्टवेयर विकास में 200 करोड़ का नोएडा में निवेश प्रस्ताव.
  • याजाकी जापान की तरफ वायरिंग हारनेस तथा कम्पोनेंट्स में 2,000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • एकैग्रेटा इंक कनाडा की तरफ से लखनऊ में अनाज अवसंरचना उपकरण प्लांट में 746 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • एडिसन मोटर्स (दक्षिण कोरिया) द्वारा लखनऊ या नोएडा में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण प्लांट में 750 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.

    एक्सप्रेस-वे के किनारे 22 हजार एकड़ जमीन चिन्हित
    औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के किनारे लगभग 22 हजार एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. इसके तहत फिरोजाबाद, आगरा, उन्नाव, चित्रकूट, मैनपुरी और बाराबंकी जिलों में 6 उच्च संभावना वाले स्थानों की पहचान की गई है, यहां पर जमीन दी जाएगी.

इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में एमएमएमई पार्क, परिधान पार्क, एमएसएमई पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क, हस्तशिल्प पार्क और खिलौना पार्क भी प्रस्तावित हैं. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी औऱ इलेक्ट्रानिक सिटी भी बनेगी, जिसके लिए काम चल रहे हैं.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उद्यमियों को दी जा रही सहूलियत और बेहतर कानून व्यवस्था के दावों के बीच निवेश में तेजी आई है. कोरोना वायरस के संकट काल के बावजूद उत्तर प्रदेश में करीब 45 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इस निवेश के धरातल पर उतरने पर सवा लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा.

विदेशों से निवेश के प्रस्ताव
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बयान जारी कर दावा किया है कि प्रदेश में कोविड संकट के बावजूद देश और विदेश की कंपनियों की तरफ से 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आये हैं. इन पर काम शुरू कर दिया गया है. मुख्य रूप से देश के कई राज्यों के साथ ही अमेरिका, यूके, जर्मनी, जापान, कनाडा, दक्षिण कोरिया सहित अन्य देशों की कम्पनियों की तरफ से प्रस्ताव आये हैं. इससे प्रदेश के 1,35,362 लोगों को रोजगार मिलेगा. इनमें से तमाम कम्पनियों को प्रदेश के कई जिलों में कम्पनी बनाने के लिए जमीन आवंटन का काम भी हो गया है.

इन बड़ी कंपनियों के आये हैं प्रस्ताव
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार के मुताबिक, निवेश करने वाली कम्पनियों में हीरानंदानी ग्रुप, सूर्या ग्लोबल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमजी कैप्सूल्स, केशो पैकेजिंग, माउंटेन व्यू टेक्नोलॉजी सहित कई अन्य शामिल हैं. इन सभी कंपनियों को विकास प्राधिकरणों की तरफ से निवेश योजनाओं के लिए लगभग 426 एकड़ (326 भूखण्ड) आवंटित किए गए हैं. इनमें करीब 6,700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित हैं.

कम्पनियों के ये हैं प्रमुख निवेश प्रस्ताव

  • हीरानंदानी ग्रुप ग्रेटर नोएडा में 20 एकड़ जमीन पर उत्तर भारत का सबसे बड़ा डाटा सेंटर बनाने में 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
  • डिक्सन टेक्नोलॉजीज़ की तरफ से कन्ज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में नोएडा ग्रेटर नोएडा में 200 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • वॉन वेलिक्स जर्मनी की तरफ से यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण और आगरा में फुटवियर प्लांट निर्माण में 300 करोड़ रुपये का निवेश.
  • ब्रिटानिया इण्डस्ट्रीज वाराणसी में 300 करोड़ की लागत से एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण यूनिट प्रस्ताव.
  • एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड एबी मौरी यूके की तरफ से खमीर यूनिट के लिए चित्रकूट में 750 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • सूर्या ग्लोबल फ्लेक्सी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में पीओपीपी, बीओपीईटी, मेटालाइज़्ड प्रोडक्शन फ़िल्म प्लांट में 953 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • मैक सॉफ्टवेयर यूएस की तरफ से सॉफ्टवेयर विकास में 200 करोड़ का नोएडा में निवेश प्रस्ताव.
  • याजाकी जापान की तरफ वायरिंग हारनेस तथा कम्पोनेंट्स में 2,000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • एकैग्रेटा इंक कनाडा की तरफ से लखनऊ में अनाज अवसंरचना उपकरण प्लांट में 746 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.
  • एडिसन मोटर्स (दक्षिण कोरिया) द्वारा लखनऊ या नोएडा में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण प्लांट में 750 करोड़ का निवेश प्रस्ताव.

    एक्सप्रेस-वे के किनारे 22 हजार एकड़ जमीन चिन्हित
    औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के किनारे लगभग 22 हजार एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. इसके तहत फिरोजाबाद, आगरा, उन्नाव, चित्रकूट, मैनपुरी और बाराबंकी जिलों में 6 उच्च संभावना वाले स्थानों की पहचान की गई है, यहां पर जमीन दी जाएगी.

इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में एमएमएमई पार्क, परिधान पार्क, एमएसएमई पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क, हस्तशिल्प पार्क और खिलौना पार्क भी प्रस्तावित हैं. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी औऱ इलेक्ट्रानिक सिटी भी बनेगी, जिसके लिए काम चल रहे हैं.

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