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प्रदेश में पहली बार डॉक्टरों को मनपसंद जगह पर दी जाएगी तैनाती - 2000 डॉक्टरों की तैनाती का फैसला

यूपी में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 2000 डॉक्टरों की तैनाती का फैसला किया है. विभाग डॉक्टरों को पहली तैनाती उनकी मनपसंद जगह पर देगा.

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2000 डॉक्टरों की तैनाती का फैसला.
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Published : Jan 22, 2020, 8:48 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए करीब 2000 डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी. इसमें करीब दो हजार एमबीबीएस और बीडीएस डॉक्टरों को मेरिट सूची के आधार पर मौका दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग पहली बार नवनियुक्त हो रहे डॉक्टरों को पहली तैनाती व्यक्तिगत रूप से बुलाकर उनकी मनपसंद जगह पर देगा.

2000 डॉक्टरों की तैनाती का फैसला.
उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की तैनाती की प्रक्रिया को पारदर्शी और बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ विभाग ने एक बेहतर कदम उठाया है. जिससे कि नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई बाधा उत्पन्न न होने पाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने करीब सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.

लोक सेवा आयोग से चयनित डॉक्टरों की तैनाती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए व्यक्तिगत काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है. इसमें करीब दो हजार एमबीबीएस और बीडीएस डॉक्टरों को मेरिट सूची के आधार पर मौका दिया जाएगा.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि एमबीबीएस डॉक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और विशेषज्ञ चिकित्सकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात किया जाएगा. काउंसलिंग के दिन ही डॉक्टरों को चिकित्सा इकाई का प्रमाण पत्र दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग पहली बार नवनियुक्त हो रहे डॉक्टरों को पहली तैनाती उनको व्यक्तिगत रूप से बुलाकर मनपसंद जगह पर देगा.

इसके लिए डॉक्टरों को सरकारी सेवा से जोड़ने के लिए कई अन्य व्यवस्था की जा रही हैं. चिकित्सकों को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए करीब 2000 डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी. इसमें करीब दो हजार एमबीबीएस और बीडीएस डॉक्टरों को मेरिट सूची के आधार पर मौका दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग पहली बार नवनियुक्त हो रहे डॉक्टरों को पहली तैनाती व्यक्तिगत रूप से बुलाकर उनकी मनपसंद जगह पर देगा.

2000 डॉक्टरों की तैनाती का फैसला.
उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की तैनाती की प्रक्रिया को पारदर्शी और बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ विभाग ने एक बेहतर कदम उठाया है. जिससे कि नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई बाधा उत्पन्न न होने पाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने करीब सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.

लोक सेवा आयोग से चयनित डॉक्टरों की तैनाती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए व्यक्तिगत काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है. इसमें करीब दो हजार एमबीबीएस और बीडीएस डॉक्टरों को मेरिट सूची के आधार पर मौका दिया जाएगा.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि एमबीबीएस डॉक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और विशेषज्ञ चिकित्सकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात किया जाएगा. काउंसलिंग के दिन ही डॉक्टरों को चिकित्सा इकाई का प्रमाण पत्र दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग पहली बार नवनियुक्त हो रहे डॉक्टरों को पहली तैनाती उनको व्यक्तिगत रूप से बुलाकर मनपसंद जगह पर देगा.

इसके लिए डॉक्टरों को सरकारी सेवा से जोड़ने के लिए कई अन्य व्यवस्था की जा रही हैं. चिकित्सकों को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.

Intro:


उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं को बेहतर करने के लिए प्रदेश में लगभग 2000 डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी और इस बार एक नई व्यवस्था के साथ इन डॉक्टरों को नियुक्त किया जाएगा।




Body:उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की तैनाती की प्रक्रिया को पारदर्शी व बेहतर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ विभाग द्वारा एक बेहतर कदम उठाए जा रहा है ,जिससे की नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई बाधा उत्पन्न ना होने पाए।इसके लिए तमाम तरह की तैयारियां भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पूरी कर ली गई है।लोक सेवा आयोग से चयनित डॉक्टरों की तैनाती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए व्यक्तिगत काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है इसमें करीब दो हजार एमबीबीएस और बीडीएस डॉक्टर को मेरिट सूची के आधार पर मौका दिया जाएगा।एमबीबीएस डॉक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और विशेषज्ञ चिकित्सकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात किया जाएगा।काउंसलिंग के दिन ही डॉक्टरों को चिकित्सा इकाई का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने पहली बार नवनियुक्त हो रहे डॉक्टर को पहली तैनाती के लिए व्यक्तिगत रूप से बुलाकर मनपसंद तैनाती दी जाएगी। इसके लिए डॉक्टरों को सरकारी सेवा से जोड़ने के लिए कई अन्य व्यवस्था की जा रही हैं।जिससे की चिकित्सकों को उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ज्यादा से ज्यादा व बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इससे संबंधित जानकारी हमसे साझा की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के महानिदेशक डॉ ज्ञान प्रकाश ने

बाइट- डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य



Conclusion:
उम्मीद है आने वाले दिनों में प्रदेश में लगभग 2000 डॉक्टरों की तैनाती बेहतर तरीके से इस नए फॉर्मेट के तहत होगी और ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं बेहतर तरीके से लोगों को दे पाएंगे।

एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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