लखनऊ: खून की कमी के चलते केजीएमयू के क्वीन मैरी हॉस्पिटल में डॉक्टरों नाजुक हालत में भर्ती गर्भवती को दूसरे ग्रुप का खून चढ़ा कर ऑपरेशन के बाद उसकी जान बचा ली है. अत्याधिक रक्त स्राव के चलते गर्भवती का ऑपरेशन डॉ. रेखा सचान की देखरेख में डॉ. पुष्पलता शंखवार और डॉ. मंजू लता वर्मा और उनकी टीम ने किया है.
प्राइवेट अस्पताल ने क्वीन मैरी के लिए किया रेफर
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉक्टरों ने खून की कमी के चलते गर्भवती महिला का जटिल ऑपरेशन करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. लखनऊ के बंथरा की रहने वाली महिला गर्भवती मरीज को 20 दिन पहले प्रसव पीड़ा हुई थी. रक्तस्राव से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी. महिला की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने आनन-फानन में उसको स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उसे क्वीन मैरी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था.
बी नेगेटिव मरीज को चढ़ाया गया ओ नेगेटिव ग्रुप का खून
क्वीन मैरी अस्पताल की डॉक्टर रेखा सचान ने बताया कि महिलाा का काफी रक्त स्राव हो रहा था. रक्त स्राव होने से उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. डॉ. रेखा सचान ने बताया कि महिला का ब्लड ग्रुप बी नेगेटिव है और केजीएमयू प्रशासन के ब्लड बैंक में बी नेगेटिव की एक यूनिट मौजूद थी. सेम ग्रुप ब्लड ना मिलने के बाद महिला को ओ नेगेटिव ग्रुप का खून चढ़ा कर ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन सफल रहा. उन्होंने बताया कि महिला को 14 दिन बाद स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
डॉक्टरों ने दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा कर गर्भवती की बचाई जान
लखनऊ में क्वीन मैरी अस्पताल के डॉक्टरों ने खून की कमी के चलते गर्भवती महिला का जटिल ऑपरेशन करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को दूसरे ग्रुप का खून चढ़ा कर उसकी जान बचा ली.
लखनऊ: खून की कमी के चलते केजीएमयू के क्वीन मैरी हॉस्पिटल में डॉक्टरों नाजुक हालत में भर्ती गर्भवती को दूसरे ग्रुप का खून चढ़ा कर ऑपरेशन के बाद उसकी जान बचा ली है. अत्याधिक रक्त स्राव के चलते गर्भवती का ऑपरेशन डॉ. रेखा सचान की देखरेख में डॉ. पुष्पलता शंखवार और डॉ. मंजू लता वर्मा और उनकी टीम ने किया है.
प्राइवेट अस्पताल ने क्वीन मैरी के लिए किया रेफर
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉक्टरों ने खून की कमी के चलते गर्भवती महिला का जटिल ऑपरेशन करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. लखनऊ के बंथरा की रहने वाली महिला गर्भवती मरीज को 20 दिन पहले प्रसव पीड़ा हुई थी. रक्तस्राव से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी. महिला की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने आनन-फानन में उसको स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उसे क्वीन मैरी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था.
बी नेगेटिव मरीज को चढ़ाया गया ओ नेगेटिव ग्रुप का खून
क्वीन मैरी अस्पताल की डॉक्टर रेखा सचान ने बताया कि महिलाा का काफी रक्त स्राव हो रहा था. रक्त स्राव होने से उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. डॉ. रेखा सचान ने बताया कि महिला का ब्लड ग्रुप बी नेगेटिव है और केजीएमयू प्रशासन के ब्लड बैंक में बी नेगेटिव की एक यूनिट मौजूद थी. सेम ग्रुप ब्लड ना मिलने के बाद महिला को ओ नेगेटिव ग्रुप का खून चढ़ा कर ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन सफल रहा. उन्होंने बताया कि महिला को 14 दिन बाद स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.