लखनऊः कोविड-19 रोगियों को मिल रहे उपचार को जांचने के लिए इन दिनों लखनऊ के जिलाधिकारी लगातार आकस्मिक दौरा कर रहे हैं. अस्पतालों में जाकर रोगियों को मिलने वाली सुविधाएं पर ध्यान दे रहे हैं. वहीं डॉक्टर और कर्मचारियों से भी लगातार वार्ता कर रहे हैं. इसी क्रम में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एण्ड रिसर्च का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में ट्रायज एरिया की व्यवस्था तथा होल्डिंग एरिया की व्यवस्था उपलब्ध नहीं मिली. ऐसे में उन्होंने निर्देश दिया कि चिकित्सालय में तत्काल होल्डिंग एरिया की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए. जहां पर किट्रिकल केस वाले मरीज को एम्बुलेंस से निकाल कर मरीज को होल्डिंग एरिया में ही स्टेबल किया जाए.
जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को अवगत कराया कि चिकित्सालय में एम्बुलेंस से मरीज को 15 मिनट में ही बेड पर शिफ्ट कर दिया जाता है. डीजीएमई द्वारा अस्पताल को 05 चिकित्सक दिए गए थे, जिनमें से मात्र 2 डाॅ. पीवी कुमार एवं डाॅ. करमचन्द ने ही ज्वाइन किया. इसके लिये निर्देश दिया गया कि बाकी के 3 चिकित्सकों को भी तत्काल ज्वाइन कराया जाए. हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर बेड की संख्या कुल 80 है, जिसमें से 68 बेड पर मरीज भर्ती हैं, शेष 12 बेड रिक्त हैं.
निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों द्वारा अवगत कराया गया कि एचडीयू के 13 बेड उपलब्ध हैं. परन्तु उनको लोगों की उपलब्धता न होने के कारण संचालन नहीं किया जा रहा है. इसके लिए डीएम ने निर्देश दिया कि लोगों को नियुक्ति करके उक्त बेड को भी शुरू कराया जाए. चिकित्सकों द्वारा आक्सीजन के बारे में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि एचएफएनसी में 2 घण्टे में 1 जम्बो आक्सीजन सिलेण्डर की खपत होती है. साथ ही यह भी अवगत कराया गया कि प्रतिदिन 100 सिलेण्डर की खपत होती है. इस पर डीएम ने आक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति 100 के स्थान पर 200 सिलेण्डर प्रतिदिन बढ़ाए जाने हेतु निर्देशित किया.