लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में खनन माफिया के नाक में दम करने वाली चर्चा में आईं आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को बांदा में जिला अधिकारी का पदभार दिया गया है. बांदा खनन को लेकर कुख्यात है. ऐसे में दुर्गा शक्ति नागपाल का बांदा में डीएम बनना सरकार का एक सख्त फैसला माना जा रहा है. दुर्गा शक्ति नागपाल के अलावा चार और आईएएस अधिकारियों को शासन ने शनिवार को इधर से उधर किया है. माना जा रहा है कि निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले सरकार लगातार आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर करेगी. आचार संहिता लागू होने के बाद ट्रांसफर करने के लिए चुनाव आयोग की अनुमति लेनी पड़ती है.
यूपी में 5 आईएएस अफसरों के तबादले हुए हैं. दिव्य प्रकाश गिरी स्टाफ अफसर मुख्य सचिव बनाए गए हैं. संयुक्ता समद्दर आयुक्त राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र बनाई गईं हैं. कृष्ण कुमार का तबादला सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद के पद पर किया गया. विशेष सचिव सांस्कृतिक विभाग आनंद कुमार को सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद बनाया गया है, जबकि दुर्गा शक्ति नागपाल को जिलाधिकारी बांदा नियुक्त किया गया है. दुर्गा शक्ति नागपाल अभी तक विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा थीं.
गौरतलब है कि अखिलेश यादव सरकार के समय दुर्गा शक्ति नागपाल और सरकार के बीच का टकराव राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा में रहा था. पहले तो खनन माफिया के पीछे पड़ने से कुछ नेता दुर्गा शक्ति नागपाल से नाराज हो गए थे, जबकि इसके बाद गौतमबुद्ध नगर में जब वे सदर में एसडीएम थीं तो उन्होंने एक निर्माणाधीन अवैध मस्जिद की दीवार को गिराने का आदेश दिया था. इस आदेश के होने के बाद उनको तत्कालीन सरकार ने निलंबित कर दिया था. बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय स्तर तक किरकिरी होने के बाद उनको अपने आवास पर बुलाकर पूरा मामला समझा था. उनका निलंबन निरस्त कर दिया गया था.
4 पीसीएस अधिकारी का तबादला : शनिवार को चार पीसीएस अधिकारियों का भी तबादला किया गया है. PCS अधिकारी गमबीर सिंह को ADM सिटी गाजियाबाद बनाया गया है. विपिन सिंह को ADM प्रशासन गाजियाबाद की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा राकेश कुमार सिंह को ADM प्रशासन रायबरेली बनाया गया है. वहीं एडीएम गाजियाबाद ऋतु सुहास को अपर निदेशक स्थानीय निकाय भेजा गया है.
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