लखनऊ: तीन दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया गया. इस अवसर कर प्रदेश के कई जिलों में अपनी मांगों को लेकर दिव्यांगों ने प्रदर्शन किया, तो कई जिलों में दिव्यांगों ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया. वहीं कई जिलों में कार्यक्रम का आयोजन कर दिव्यांगों को उपकरण का भी वितरण किया गया. साथ कई जिलों में दिव्यांग जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
दिव्यांगों ने किया डीएम कार्यालय का घेराव
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में सैकड़ों दिव्यांगों ने डीएम कार्यालय का घेराव किया. दिव्यांगों ने आरोप लगाया गया कि विकलांग अधिनियम 2016 का पालन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है. दिव्यांग कमला रानी ने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में सरकार द्वारा विकलांगों के लिए एक मानक तय किया गया था, जिसमें कहा गया था कि जो भी विकलांग 60 से 65 फीसदी तक नंबर लाएगा. उसे पास माना जाएगा. करीब 3000 दिव्यांग अभ्यर्थी पास हुए हैं. मानक के हिसाब से भर्ती प्रक्रिया में करीब 3000 पदों पर दिव्यांगों की भागीदारी होनी चाहिए लेकिन उन्हें केवल 1500 पदों पर ही रखा जा रहा है. हमारा उत्पीड़न और शोषण किया जा रहा है.
दिव्यांगों ने कैनवास पर उकेरे अपने विचार
राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि में ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें नेत्रहीन दिव्यांग विद्यार्थियों ने कैनवास पर अपने मन के विचार उकेरे. वहीं राजकीय संकेत मूक बाधिर विद्यालय में विद्यालय में सांसद ने 25 ट्राई साइकिल, 24 बैसाखी, 33 व्हील चेयर, 245 श्रवण यंत्र, 10 बेरल किट, 10 स्मार्ट केन, 15 वाकर व 15 वाॅकिंग स्टिक सहित कुल 374 उपकरणों का वितरण किया गया.
जागरूकता शिविर का आयोजन
प्रयागराज जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन राजकीय कौशल विकास केंद्र व जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में एडीजे निशा झा की अध्यक्षता में किया गया. उन्होंने दिव्यांगों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि कहीं उनका शोषण हो रहा है. उस संबंध में मुकदमा पंजीकृत कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. दोषी व्यक्ति को कम से कम 6 माह की सजा औरअर्थ दंड का भी प्रावधान है. वहीं जिला विकलांग अधिकारी नंदकिशोर ने दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर अपर सिविल जज जुनियर डिविजन प्रत्यूष आनंद मिश्रा भी मौजूद रहें.
दिव्यांगों को किया गया उपकरण का वितरण
देवरिया जिले में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगों को उपकरण का वितरण किया गया. सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी और विधायक डॉ. सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी की ओर से विकास भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांगों को हियरिंग मशीन,बाइब्रेट स्टिक आदि उपकरण का वितरण किया गया. इस अवसर पर विधायक ने प्रदेश सरकार की ओर से दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से दिव्यांगों की सुविधा के लिए उच्च कोटि के लिंबा सेंटर एवं खेल स्टेडियम का निर्माण लखनऊ में कराया गया है.
दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण का वितरण
बलरामपुर जिले में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर विकास भवन में चिन्हित किए गए दिव्यांगों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किया गया. विधायक तुलसीपुर कैलाशनाथ शुक्ल ने 61 सहायक उकरण और 98 बैसाखी का उपकरण का वितरण किया. जिला विकास अधिकारी गिरीश चंद्र पाठक ने बताया कि कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण योजनान्तर्गत दिव्यांगों को उपकरण का वितरण किया गया.
काली पट्टी बांधकर दिव्यांगों ने किया प्रदर्शन
जालौन जिले में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर मांगों को लेकर दिव्यांगों ने काली पट्टी बांधकर कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया. दिव्यांगों ने विकलांग अधिनियम को पूर्णता लागू करने के लिए एसडीएम सत्येंद्र सिंह को सीएम योगी के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि सरकार दिव्यांगों के प्रति संवेदनशील नहीं है. सरकारी कर्मचारी दिव्यांगों के कामों को प्राथमिकता के आधार पर नहीं करते हैं. उन्होंने प्राइवेट बसों में दिव्यांगों के लिए निशुल्क यात्रा की मांग की.
दिव्यांगों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन
राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में दिव्यांग सशक्तिकरण चुनौतियां एवं समाधान विषय पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान कुलपति प्रो. राणा कृष्णापाल सिंह ने कहा कि किस प्रकार विश्वविद्यालय ने कम समय में 145 विद्यार्थियों से अपनी यात्रा शुरू की थी. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने दिव्यांगों को शिक्षित एवं पुनर्वासित करने का जो बीड़ा उठाया है, उसे विश्वविद्यालय के छह संकाय व 24 विभाग पूर्ण कर रहे हैं. कार्यक्रम में दृष्टिबाधिता विभाग डॉ. विजय शंकर शर्मा, डॉ. कौशल शर्मा, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. जे कल्याणी समेत अनेक शिक्षक व विद्यार्थियों ने ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा लिया.