अम्बेडकरनगर: पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर फैली दहशत के मद्देनजर जिला प्रशासन भी अब सतर्क हो गया है. कोरोना के संभावित मरीजों से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां पुख्ता कर दी हैं. डीएम ने कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों पर भी चर्चा हुई. डीएम ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है केवल लोग सावधानी बरतें. इस बैठक में सीएमओ डॉ. अशोक कुमार के अलावा जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसपी गौतम भी मौजूद रहे. इस दौरान बीमारी से निपटने और उसके बचाव पर भी चर्चा हुई.
कोरोना से निपटने के लिए जिला अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है. सेफ्टी किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.हमारी पल पल पर नजर बनीं हुई है.लोगों को ऐतिहात बरतने की जरूरत है.
राकेश कुमार ,डीएम
बदायूं: पूरे देश में जहां कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट है वहीं बदायूं में भी जिला प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है. कोरोना वायरस की तैयारी को लेकर शुक्रवार को डीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कोरोना वायरस को लेकर देश के सभी एयरपोर्ट पर निगरानी रखी जा रही है. विदेश से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर चेक किया जा रहा है. उसी तरह बदायूं में प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है.
- जिला अस्पताल में एक 10 बेड का वार्ड बना दिया गया है.
- वार्ड में डॉक्टरों को तैनाती भी कर दी गई.
- मेडिकल कॉलेज में 6 बेड का वार्ड बना दिया गया है.
- कोरोना वायरस के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है.
- एक एम्बुलेंस की अलग व्यवस्था की गई है. ताकि कोई मरीज आएगा तो उसी में ले जाएगें.
- कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग के टीम लोगों जानकारी दे रही है.
कोरोना वायरस की पूरी तैयारी कर ली गयी है. जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में वार्ड बना दिया गया है जिसमें डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है. साथ सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी गई है.
कुमार प्रशांत, डीएम
बलिया: कोरोना वायरस को लेकर डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और अन्य स्वास्थ्य संगठन सतर्क हो गए हैं. केंद्र के साथ प्रदेश सरकार भी लगातार जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उचित दिशा निर्देश दे रहे हैं. बलिया में 9 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई जिनमें करोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए. बावजूद इसके जिला प्रशासन ने जिले के प्राइवेट नर्सिंग होम, हॉस्पिटल को भी अलर्ट मोड पर रखा है.
जिला प्रशासन ने लोगों को किया जागरूक
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जिला प्रशासन के अधिकारियों और प्रमुख सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में विशेष निर्देश दिए गए कि लोगों को इस कोरोना वायरस को लेकर जागरूक किया जाए. पैनिक होने का माहौल बनने से रोका जाए.
जिलाधिकारी ने लोगों को किया सतर्क
जो व्यक्ति कोरोना वायरस से इनफेक्टेड है उन्हें मास्क लगाने की आवश्यकता है क्योंकि यह हवा द्वारा नहीं फैलता जब इनफेक्टेड व्यक्ति छींकता है या खांसता है तो उनके मुख से निकलने वाला लारवा दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है तभी कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है. उन्होंने कहा कि आम आदमी को मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है. अनायास इस मामले को लेकर पैनिक बनाने से लोग बचें.
संक्रमित व्यक्ति अपने घर के अन्य लोगों के संपर्क में आने के बाद उन लोगों को भी जांच की आवश्यकता पड़ती है और उन्हें ही सेनेटाइजर और मास्क लगाने की जरूरत है. शेष अन्य लोगों को मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है.
जियाउल हुदा, महामारी रोग विशेषज्ञ
मऊ: जिले में कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से निपटने के लिए आइसोलेशन वार्ड बनवा दिया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने वार्ड का निरीक्षण करने के साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनाई गई टीम के साथ बैठक की. हालांकि अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी संदिग्ध नहीं मिला है. वायरस से निपटने के लिए बनाई गई टीम को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया गया.
अब आगरा,दिल्ली सहित अन्य शहरों महानगरों में संदिग्धों के मिलने के बाद इससे निपटने की तैयारी और भी तेज हो गई है. 16 लोगों को लिस्ट प्राप्त हुई थी जिसमें से तीन लोगों का पता अलग-अलग स्थान पर पाया गया. इसके अलावा 13 लोगों में से 8 का चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है. इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड में इस वायरस से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी है.
सतीश चंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी