लखनऊ: नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और पार्षदों के बीच विवादों का दौर फिर शुरू हो गया है. सोमवार को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी व भाजपा के वरिष्ठ पार्षद नागेन्द्र सिंह चौहान के बीच मामूली सी बात को लेकर विवाद हो गया.
दरअसल, 14वें वित्त से होने वाले कामों में देरी पर पार्षद नगर आयुक्त से बात करने गए थे. हालांकि माहौल गरम होने से पहले ही दूसरे पार्षदों ने शांत करा दिया, लेकिन नगर निगम मुख्यालय में दिन भर यह चर्चा का विषय बना रहा.
सोमवार सुबह हजरतगंज-रामतीर्थ वार्ड से बीजेपी पार्षद नागेन्द्र सिंह चौहान, भवानीगंज वार्ड से संतोष राय, त्रिवेणी नगर वार्ड से मुन्ना मिश्रा और सरोजनी नगर वार्ड राम नरेश रावत चौदहवें वित्त से हो रहे विकास कार्यो को लेकर नगर आयुक्त से वार्ता करने गये थे. इस दौरान बीजेपी पार्षद नागेन्द्र सिंह चौहान ने अपनी बात शुरू की. इस बीच उनका तेज आवाज में बात करना नगर आयुक्त को पसंद नहीं आया. उन्होंने पार्षद से उत्तेजक होकर बात न करने की बात कही, जिस पर नागेंद्र ने पलटवार करते कहा कि उनकी आवाज ही ऐसी है. इसे हर कोई जानता है. इसी बात को लेकर दोनों के बीच हल्की नोक-झोंक हो गई. वहीं मौके पर मौजूद अन्य साथी पार्षदों ने बीच बचाव करते हुए मामले को संभाला.
पार्षद संतोष राय का कहना है कि विवाद की कोई बात नहीं है. सभी चौदहवें वित्त से होने वाले कामों के सम्बन्ध में बात करने गए थे. पंद्रह दिन बचे हैं. कम समय में काम कराना कैसे संभव हो सकेगा. जनता को भी जवाब देना है. नगर आयुक्त का जनता व पार्षदों से मिलने का कोई समय नहीं है. जनता हमारे पास आती है. उन्हें जवाब हमें देना पड़ता है. वहीं नगर आयुक्त ने बताया कि काम करने में समय लगता है. इससे तेज काम नहीं हो सकेगा.