लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने जान जोखिम में डालकर संकट में फंसे लोगों बचाने वाले राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के जवानों को एक नई सौगात दी है. मंगलवार दोपहर लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित SDRF मुख्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे DGP ने जवानों को 30 फीसदी जोखिम व प्रोत्साहन भत्ता दिलाने के लिए सेनानायक डॉ सतीश कुमार से प्रस्ताव मांगा है.
DGP मुकुल गोयल, ADG पीएसी अजय आनंद के SDRF मुख्यालय पहुंचने पर जवानों ने उन्हें सलामी दी. इसके बाद वह रेस्क्यू ऑपरेशन में उपयोग होने वाले उपकरणों को देखने पहुंचे. उन्होंने विक्टिम लोकेटिंग कैमरा, सर्कुलर शॉ, लाइव डिटेक्टर, एंगल कटर, एयर लिफ्टिंग बैग को देखा और उनके इस्तेमाल करने के तरीके की जानकारी ली. उन्होंने बीते कुछ महीनों में प्रयागराज, कुशीनगर, लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में हुए बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में भी जानकारी ली. सेनानायक डॉक्टर ने उन्हें सड़क दुर्घटना में घायलों को बचाने, नदियों में डूब रहे लोगों को सकुशल बाहर निकालने जैसे जवानों के साहसिक कामों की रिपोर्ट दिखाई.
जान हथेली पर रखकर जिंदगियां बचाने वाले एसडीआरएफ जवानों को अभी तक यह भत्ता नहीं दिया जा रहा है. जबकि, दूसरे राज्यों में SDRF के जवानों को वेतन के अलावा जोखिम और प्रोत्साहन भत्ता दिया जाता है. यूपी में STF, ATS जैसी स्पेशल फोर्सेज के जवानों को भी यह भत्ता मिलता है. DGP ने कहा कि इससे जवानों का मनोबल कमजोर होता है. उन्होंने कहा कि इन जवानों को भी ये भत्ता दिलाया जाएगा जो उनके वेतन में जोड़कर मिलेगा. इसके लिए सेनानायक को जल्द प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया है.
SDRF जवानों ने DGP से आवास की दिक्क़तों के बारे में बताया. इस पर DGP बिफर गए. सेनानायक ने बताया कि परिसर में बैरक और टाइप-3 आवास निर्माणाधीन हैं. इस पर DGP ने कार्यदायी संस्था निर्माण निगम के MD से बात की और प्रोजेक्ट मैनेजर केबी मौर्या को बुलाकर निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का निर्देश दिया.
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DGP ने अन्य फोर्स की तरह SDRF जवानों को भी सराहनीय सेवा मेडल देकर प्रोत्साहित किये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि, ऐसे जवानों को सिविल पुलिस की तरह DGP का कमोडेशन डिस्क दिया जाएगा. डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम के श्वानों के खानपान, मेडिकल फैसिलिटी और उनके हैंडलर्स को मिल रही सुविधाओं का भी DGP ने जायजा लिया. DGP ने लोगों की जान बचाने के लिए जोखिम भरे साहसिक प्रदर्शन करने वाले जवानों की सूची मांगी.