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लखनऊ: DGP ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश, PRV में तैनात महिला कर्मचारियों को किया ब्रीफ

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Published : Dec 14, 2019, 1:02 PM IST

उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को महिला सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए हैं. डीजीपी ओपी सिंह ने महिला सुरक्षा के लिए पीआरवी में तैनात की गई महिला कर्मचारियों को ब्रीफ किया. इस दौरान डीजीपी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा में रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक पीआरवी की गाड़ियां सक्रिय रहेंगी.

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डीजीपी ओपी सिंह ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को महिला सुरक्षा के लिए पीआरवी में तैनात की गई महिला कर्मचारियों को ब्रीफ किया. डीजीपी ने महिला कर्मचारियों को बताया कि रात में महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने के दौरान क्या करना है, और क्या नहीं. इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हमारी इस पहल का पूरे यूपी की महिलाओं ने स्वागत किया है. पहले ही दिन से हमें महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने का मौका मिल रहा है, जिसमें हमारे कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं.

डीजीपी ओपी सिंह ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश.

डीजीपी ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश

  • उत्तर प्रदेश में जिस तरह से बीते दिनों महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई है.
  • इसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय नजर आ रही है.
  • तमाम घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने निर्देश जारी किए हैं.
  • डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा में रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक पीआरवी की गाड़ियां सक्रिय रहेंगी.
  • इन पीआरवी गाड़ियों में महिला कर्मचारी तैनात रहेंगी.
  • महिलाओं को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पीआरवी में तैनात रहने वाली महिला कर्मचारियों को ट्रेनिंग कराई जा रही है.

पहले दिन 7 महिलाओं को मिली मदद
डीजीपी के निर्देश के बाद महिला सुरक्षा के लिए तैयार किए गए इस प्लान को जमीन पर उतारने के लिए महिलाओं का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है. इसी के साथ ही महिलाओं को रात में सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य सक्रिय की गई. पीआरवी की मदद के लिए पहले ही दिन 6 महिलाओं ने 112 पर फोन किया. जिनमें से 5 महिलाओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया और एक महिला जिसको लगभग 40 किमी दूर दूसरे जिले में जाना था, उसको समझा बुझा कर रात्रि विश्राम के लिए कहा गया. वहीं दूसरे दिन 7 महिलाओं को रात में पीआरवी की सुविधा उपलब्ध कराई गई.

इसे भी पढ़ें- आज यूपी के मुख्यमंत्री से मिलेंगे सीएम मनोहर लाल, कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

रात 10 से सुबह 6 बजे तक पीआरवी सुरक्षा एस्कॉर्ट के तहत मिलेगी मदद
एडीजी 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी पुलिस की आपात सेवा 112 की पीआरवी पर महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जा रही है. जनपदों में नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण सत्र प्रारंभ कर दिया गया है. इस दौरान एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि रात 10 से सुबह 6 बजे के बीच यदि कोई महिला सड़क पर अकेली है और उसने डायल 112 पर फोन करके सुरक्षा मांगी है, तो पीआरवी सुरक्षा एस्कॉर्ट करते हुए उन्हें उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचा आएगी.

3 हजार चार पहिया पीआरवी गाड़ी को किया गया संचालित
एडीजी 112 असीम अरुण ने पीआरवी में तैनात होने वाली महिला कर्मचारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में कुल 3 हजार चार पहिया पीआरवी गाड़ी संचालित है. जिनमें 10% यानी कि 3 सौ महिला कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा. पुलिस विभाग को व्यवस्था को लागू करने के लिए ट्रेंड 18 सौ महिला कर्मचारियों की आवश्यकता है, जिनको इस ट्रेनिंग के माध्यम से तैयार किया जाएगा. ट्रेनिंग में पाठ्यक्रम के तौर पर टैक्टिक्स, सेल्फ डिफेंस, गिरफ्तारी की प्रक्रिया, मानवाधिकार, महिला एस्कॉर्ट की व्यवस्था के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को महिला सुरक्षा के लिए पीआरवी में तैनात की गई महिला कर्मचारियों को ब्रीफ किया. डीजीपी ने महिला कर्मचारियों को बताया कि रात में महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने के दौरान क्या करना है, और क्या नहीं. इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हमारी इस पहल का पूरे यूपी की महिलाओं ने स्वागत किया है. पहले ही दिन से हमें महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने का मौका मिल रहा है, जिसमें हमारे कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं.

डीजीपी ओपी सिंह ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश.

डीजीपी ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए निर्देश

  • उत्तर प्रदेश में जिस तरह से बीते दिनों महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई है.
  • इसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय नजर आ रही है.
  • तमाम घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने निर्देश जारी किए हैं.
  • डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा में रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक पीआरवी की गाड़ियां सक्रिय रहेंगी.
  • इन पीआरवी गाड़ियों में महिला कर्मचारी तैनात रहेंगी.
  • महिलाओं को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पीआरवी में तैनात रहने वाली महिला कर्मचारियों को ट्रेनिंग कराई जा रही है.

पहले दिन 7 महिलाओं को मिली मदद
डीजीपी के निर्देश के बाद महिला सुरक्षा के लिए तैयार किए गए इस प्लान को जमीन पर उतारने के लिए महिलाओं का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है. इसी के साथ ही महिलाओं को रात में सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य सक्रिय की गई. पीआरवी की मदद के लिए पहले ही दिन 6 महिलाओं ने 112 पर फोन किया. जिनमें से 5 महिलाओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया और एक महिला जिसको लगभग 40 किमी दूर दूसरे जिले में जाना था, उसको समझा बुझा कर रात्रि विश्राम के लिए कहा गया. वहीं दूसरे दिन 7 महिलाओं को रात में पीआरवी की सुविधा उपलब्ध कराई गई.

इसे भी पढ़ें- आज यूपी के मुख्यमंत्री से मिलेंगे सीएम मनोहर लाल, कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

रात 10 से सुबह 6 बजे तक पीआरवी सुरक्षा एस्कॉर्ट के तहत मिलेगी मदद
एडीजी 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी पुलिस की आपात सेवा 112 की पीआरवी पर महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जा रही है. जनपदों में नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण सत्र प्रारंभ कर दिया गया है. इस दौरान एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि रात 10 से सुबह 6 बजे के बीच यदि कोई महिला सड़क पर अकेली है और उसने डायल 112 पर फोन करके सुरक्षा मांगी है, तो पीआरवी सुरक्षा एस्कॉर्ट करते हुए उन्हें उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचा आएगी.

3 हजार चार पहिया पीआरवी गाड़ी को किया गया संचालित
एडीजी 112 असीम अरुण ने पीआरवी में तैनात होने वाली महिला कर्मचारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में कुल 3 हजार चार पहिया पीआरवी गाड़ी संचालित है. जिनमें 10% यानी कि 3 सौ महिला कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा. पुलिस विभाग को व्यवस्था को लागू करने के लिए ट्रेंड 18 सौ महिला कर्मचारियों की आवश्यकता है, जिनको इस ट्रेनिंग के माध्यम से तैयार किया जाएगा. ट्रेनिंग में पाठ्यक्रम के तौर पर टैक्टिक्स, सेल्फ डिफेंस, गिरफ्तारी की प्रक्रिया, मानवाधिकार, महिला एस्कॉर्ट की व्यवस्था के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.

Intro:खबर को जल्द से जल्द भेजने की जल्दबाजी के लिए क्षमा चाहूंगा, खबर को दोबारा पढ़ कर ठीक करने की कोशिश की गई है आप देख लीजिए एंकर लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को महिला सुरक्षा के लिए PRV में तैनात की गई महिला कर्मचारियों को ब्रीफ किया। DGP ने महिला कर्मचारियों को बताया कि रात में महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने के दौरान क्या करना है, और क्या नहीं। इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हमारी इस पहल का पूरे उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने स्वागत किया है। पहले ही दिन से हमें महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने का मौका मिल रहा है। जिसमें हमारे कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं।


Body:वियो उत्तर प्रदेश में जिस तरह से बीते दिनों महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय नजर आ रही है। तमाम घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने निर्देश जारी किए थे कि महिलाओं की सुरक्षा में रात को 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक पीआरवी की गाड़ियां सक्रिय रहेंगी और इन पीआरवी गाड़ियों में महिला कर्मचारी तैनात रहेंगी। महिलाओं को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पीआरवी में तैनात रहने वाली महिला कर्मचारियों को ट्रेनिंग कराई जा रही है। डीजीपी के निर्देश के बाद महिला सुरक्षा के लिए तैयार किए गए इस प्लान को जमीन पर उतारने के लिए महिलाओं का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। इसी के साथ ही महिलाओं को रात में सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य सक्रिय की गई पीआरवी की मदद के लिए पहले ही दिन 6 महिलाओं ने 112 पर फोन किया। जिनमें से 5 महिलाओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया व एक महिला जिसको लगभग 40 किलोमीटर दूर दूसरे जनपद में जाना था उसको समझा बुझा कर रात्रि विश्राम के लिए कहा गया। वहीं दूसरे दिन 7 महिलाओं को रात में पीआरवी की सुविधा उपलब्ध कराई गई। एडीजी 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश पुलिस की आपात सेवा 112 की पीआरवी पर महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जा रही है। जनपदों में नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण सत्र प्रारंभ कर दिया गया है। इस दौरान एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि रात 10 से सुबह 6:00 बजे के बीच यदि कोई महिला सड़क पर अकेली है और उसने डायल 112 पर फोन करके सुरक्षा मांगी है तो पीआरवी सुरक्षा एस्कॉर्ट करते हुए उन्हें उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच आएगी। एडीजी 112 असीम अरुण ने पीआरवी में तैनात होने वाली महिला कर्मचारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया उत्तर प्रदेश में कुल 3000 चार पहिया पीआरवी गाड़ी संचालित है। जिनमें 10% यानी कि 300 महिला कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। पुलिस विभाग को व्यवस्था को लागू करने के लिए ट्रेंड अट्ठारह सौ महिला कर्मचारियों की आवश्यकता है जिनको इस ट्रेनिंग के माध्यम से तैयार किया जाएगा। ट्रेनिंग में पाठ्यक्रम के तौर पर टैक्टिक्स, सेल्फ डिफेंस, गिरफ्तारी की प्रक्रिया, मानवाधिकार, महिला एस्कॉर्ट की व्यवस्था के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।


Conclusion:(संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26)
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