लखनऊ: डीजीपी ओपी सिंह ने शुक्रवार को डायल 112 का तीसरा स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने पिछले 3 वर्षों में डायल 112 की ओर से किए गए काम और उपलब्धियों को गिनाया. डीजीपी ओपी सिंह के साथ एडीजी असीम अरुण भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान डायल 112 विभाग से जुड़े बेहतर काम करने वाले कर्मचारियों और जागरुक नागरिकों को सम्मानित भी किया गया.
डायल 100 से की गई थी शुरुआत
डायल 112 के तीसरे स्थापना दिवस पर डीजीपी ओपी सिंह ने इससे जुड़े कर्मचारियों और जागरुक नागरिकों को सम्मानित किया. कार्यक्रम के दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि डायल 112 का यह तीसरा स्थापना दिवस है. डायल 100 से इसकी शुरुआत की गई थी. यह स्टेट इमरजेंसी सर्विस है. हमारा क्विक रिस्पांस 13.33 मिनट से घट के 11 मिनट के करीब हो गया है, जो कि हमारे लिए गौरव की बात है.
सेवा के विरुद्ध आचरण करने पर होगी कार्रवाई
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि डायल 112 की मदद से रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए भी अभियान चलाया है, जिसकी सभी ने सराहना की. 2018 की तुलना में 2019 में डकैती में 26 प्रतिशत और लूट में 32 प्रतिशत की कमी आई है. एसएसपी नोएडा के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जिन्होंने सेवा के विरुद्ध आचरण किया है, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी.
कमिश्नरी सिस्टम की शासन में चर्चाएं
नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण पर कार्रवाई के बाद राजधानी लखनऊ और नोएडा में पुलिस विभाग में कमिश्नरी सिस्टम लागू करने के लिए शासन में चर्चाएं हो रही हैं और इसका अंतिम निर्णय सरकार लेगी.
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