लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 5 जनपदों में अपहरण की घटनाएं सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने घटनाओं को लेकर सख्त रुख अपना रखा है. मंगलवार को कानपुर में हत्या के बाद फिरौती मांगने की घटना के बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अपहरण की घटनाओं को लेकर निर्देश जारी किए हैं.
सभी जिले के कप्तानों व पुलिस कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि अगर सूचना मिलती है कि अपहरण किया गया है तो इंस्पेक्टर क्षेत्राधिकारी व पुलिस अधीक्षक मौके पर जाकर पड़ताल करें. घटना के संदर्भ में तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए. अपहरण व्यक्ति की रिकवरी के लिए टीम बनाकर घटना के अनावरण के लिए प्रयास किए जाएं.
आवश्यकता पड़ने पर एसटीएफ की भी मदद ली जा सकती है. घटना के 24 घंटे के अंदर ही अपहरण किए गए व्यक्ति व अपहरण करने वाले व्यक्ति के संदर्भ में जानकारी जुटाकर अन्य जनपदों व राज्यों में प्रेषित कर जानकारी जुटाई जाए. घटना में प्रयोग किए गए फोन व किडनैप किए गए व्यक्ति के फोन से जानकारी जुटाई जाए, जिससे आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिले.
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अपहरण की घटनाओं की रोकथाम के लिए निर्देश जारी किये हैं कि ऐसे अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाई जाए जो पूर्व में अपहरण जैसी घटनाओं में संलिप्त रहे. एफआईआर में नामित अभियुक्तों से वीडियो रिकॉर्डिंग कर पूछताछ की जाए. अभियुक्तों का पॉलीग्राफ टेस्ट, ब्रेन मैपिंग एवं नार्को एनालिसिस टेस्ट विधि संपन्न कराई जाए. आवश्यकता पर अभियुक्त को पुलिस रिमांड पर लिया जाए. अपहरण की घटना पर पर्यवेक्षण अधिकारी लगातार नजर बनाए रखेंगे. आवश्यकता पड़ने पर प्रकरण में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट महिला चाइल्ड हेल्पलाइन एवं गैर सरकारी संगठनों की सहायता भी ली जा सकती है.