लखनऊः राजधानी के बालू अड्डा इलाके में बीमारी का कहर जारी है. इसके साथ ही हेल्थ टीम सर्वे कर जांच और दवा दे रही है. ऐसे में तीन की हालत गंभीर पाई गई है. बालू अड्डी में सोमवार से बीमारी फैली है. अब तक 220 से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में आ चुके है. वहीं दो की जान चली गई है. बैक्टीरियल जांच में कालरा की पुष्टि हुई है. तीन और मरीज की हालत बिगड़ गई. अब गंभीर मरीजों की कुल संख्या 138 रही. इनमें 46 मरीजों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हालत सुधार होने पर शनिवार को कई को डिस्चार्ज किया गया. मौजूदा समय में 15 मरीज सिविल अस्पताल में भर्ती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि सभी मरीजों की तबीयत में सुधार है. सीएमओ डॉक्टर मनोज अग्रवाल के मुताबिक क्षेत्र में 24 घंटे पीएचसी संचालित की जा रही है. मरीजों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा. इसके अलावा एम्बुलेंस लगाई गई हैं. इससे गंभीर मरीजों को सिविल अस्पताल में शिफ्ट कराया जा रहा है.
कालरा के बाद डेंगू का डंक
वहीं अब कालरा के प्रकोप से राजधानी अभी उभरी भी नहीं थी कि अब डेंगू का हमला भी शुरू हो गया है. दो लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं कई बुखार से पीड़ित हैं. इनकी जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं.
बालू अड्डा के बाद अब राजधानी का फैजुल्लागंज बीमारी की चपेट में आ गया. यहां के अन्नपूर्णा नगर, विष्णु विहार, शिवशक्ति नगर नयापुरवा में भीषण गंदगी और जल भराव है. ऐसे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लिहाजा, बारिश में मच्छरो का हमला शुरू हो गया. शिव शक्ति नगर नयापुरवा निवासी उमेश कुमार यादव (35) को बीते कई दिनों से बुखार आ रहा था. डॉक्टर की सलाह पर खून की जांच कराई. जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई है. मरीज का इलाज सीतापुर रोड के निजी अस्पताल में चल रहा है. बाल महिला सेवा संगठन की प्रमुख ममता त्रिपाठी के मुताबिक फैजुल्लागंज गांव निवासी प्रेम चन्द्र (50), स्नेहा (14), दिशा यादव (17), आरती (30), अश्वनी (21), महक ( 9), नीलम (7), ज्योति (9) और रिषभ (10) बुखार की चपेट में हैं. इसी तरह गोमतीनगर में एक मरीज डेंगू की चपेट में आ गया है.
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सिर, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द कमजोरी लगना, भूख न लगना और मरीज का जी मिचलाना चेहरे, गर्दन, चेस्ट, पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना है. वहीं डेंगू हेमरेजिक में नाक, मुंह, मसूड़े और मल मार्ग से खून आना है. इसके साथ ही डेंगू शॉक सिंड्रोम में ब्लडप्रेशर लो होना, बेहोशी होना शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगना है.
ऐसे करें डेंगू से बचाव
घर और आस-पास पानी को जमा न होने दें. कूलर, बाथरूम, किचन में जलभराव पर ध्यान दें. एकत्र पानी में मच्छर का लार्वा नष्ट करने का तेल स्प्रे करें. एसी की पानी टपकने वाली ट्रे को रोज साफ करें. घर में रखे गमले में पानी जमा न होने दें. छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें. पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज साफ करें. शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें. बच्चों को फुल पेंट और पूरी बाजू की शर्ट पहनाएं. संभव हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं.
खानपान का रखें ध्यान
बुखार में आहार का ध्यान रखें. हरी सब्जियां, फलों के साथ सुपाच्य भोजन करें. तरल चीजें खूब पिएं. पानी सूप, दूध, छाछ, नारियल पानी, ओआरएस का घोल, जूस, शिकंजी खूब लें. बासी व तैलीय खाना न खाएं.
बालू अड्डा में एक किलोमीटर तक पानी टेस्ट
बालू अड्डा में कॉलरा की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. अब इलाके में चारों तरफ एक किलोमीटर के दायरे में पानी की जांच होगी. लक्षण वाले मरीजों के स्टूल और दूसरी जांचें कराई जाएंगी. सीएमओ डॉक्टर मनोज अग्रवाल के मुताबिक कालरा और डायरिया के लक्षण लगभग समान होते हैं. डॉक्टर मनोज अग्रवाल ने कहा कि सोमवार से अभियान चलेगा. इसमें स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, जल कल विभाग की टीमें होंगी. कुल 17 टीमें बनाई गई हैं. जो प्रभावित इलाके के एक किलोमीटर के दायरे में काम करेंगी. इसमें पानी के नमूनों की जांच होगी.