लखनऊ: देशभर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उग्र प्रदर्शन कर सरकारी सम्पत्तियों को क्षति पंहुचाई जा रही है. उत्तर प्रदेश के ललितपुर और मुजफ्फरनगर जनपद के लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया.
ललितपुर में भी लेखपालों का प्रदर्शन
जिले में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के प्रांतीय आह्वान पर 10 दिसंबर से लगातार लेखपालों का धरना प्रदर्शन जारी है. जनपद में तहसील स्तर तक लेखपाल अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं मांगें पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.
हमारी शासन स्तर पर जो 8 सूत्रीय मांगें हैं वो वर्षों से लंबित हैं. समयानुसार हम लोगों के द्वारा नोटिस दिए जाने के उपरांत भी शासन स्तर पर विचार नहीं किया जा रहा है. शासन द्वारा हमारी मांगों पर कोई निर्णय न लिए जाने के बाद हम लोगों को विवश होकर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. शुरुआत में हम लोगों ने तीन दिवसीय तहसील स्तरीय प्रदर्शन किया. उसके बाद हम लोगों का धरना प्रदर्शन जिला स्तर पर आ गया है.
-ज्ञानेंद्र सिंह बुंदेला, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ
हमारी मांग है कि जो ACP विसंगति है, जैसे लेखपालों को प्राइमरी बैंड 2,800 रुपये किया जाना है, जिसके संबंध हम लोग विगत तीन-चार साल से आंदोलन कर रहे हैं और परिषद स्तर से कई बार वार्ता भी हो चुकी है. परिषद ने संस्तुति भी हम लोगों के पक्ष में भेजी है, लेकिन शासन स्तर से इसके संबंध में शासनादेश आज तक जारी नहीं हुआ. ये प्रदर्शन हमारी मांगें पूरी होने तक चलेगा.
-मुकेश कुमार,लेखपाल
मुजफ्फरनगर में भी लेखपालों का प्रदर्शन
जिले में प्रदेश सरकार के निर्देशों के चलते 188 लेखपालों की सर्विस ब्रेक की कार्रवाई को जिला प्रसाशन ने अमली जामा पहना दिया है. सर्विस ब्रेक की कार्रवाई के बाद भी लेखपालों ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए धरना प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है. जनपद में लगभग कुल 207 लेखपाल हैं, जिसमें 188 लेखपालों द्वारा शपथपत्र नहीं भरा गया. इसके विरुद्ध जिला प्रसाशन ने सर्विस ब्रेक की कार्रवाई की है.
जिला प्रसाशन ने सर्विस ब्रेक की कार्रवाई की
- लेखपालों की प्रदेश सरकार से 8 सूत्रीय मांगों को लेकर 3 दिसंबर से प्रदेशव्यापी हड़ताल की गई थी.
- लेखपालों ने सरकार से लैपटॉप, स्मार्ट फोन, डाटा कार्ड, भत्ता, प्रोन्नति वेतन, प्रमोशन, वेतन विसंगति और नाम परिवर्तन जैसी मांगें की थी.
- सरकार ने इन सभी मांगों को स्वीकार करते हुये लेखपालों को वापस काम पर लौटने का फरमान जारी किया था.
- लेकिन लेखपालों ने सरकार के फरमान को नजरअंदाज करते हुए पांच दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर सरकार को चेतावनी दी है.
- उन्होंने कहा कि जब तक लेखपालों की मुख्य मांगें पूरी नहीं की जाएंगी धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
अनेक बार सरकार से वार्ता हुई, लेकिन सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते विफल रही. यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो पूरे प्रदेश में इसी तरह आंदोलन जारी रहेगा.
-अनिल कुमार वर्मा, जिला महामंत्री, उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ
लेखपालों की कुछ मांगों को सरकार ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन फिर भी हड़ताल जारी है. सर्विस ब्रेक की कार्रवाई के बाद भी यदि लेखपाल अपने काम पर नहीं लौटे तो शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी.
-अमित कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रसाशन