लखनऊ: राजधानी के आलमबाग थाना क्षेत्र में आरपीएफ में तैनात एक सब इंस्पेक्टर का शव मवैया रेलवे क्रॉसिंग के पास पड़ा मिलने से हड़कंप मच गया. मृतक दारोगा के पास में ही उनकी सर्विस पिस्टल भी मौजूद थी. सब इंस्पेक्टर के सीने पर गोली लगी है. राहगीरों की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को आरपीएफ के हवाले कर दिया. पुलिस का कहना है कि दारोगा ने खुद को सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक 35 वर्षीय पूरन सिंह नेगी दिल्ली के बदरपुर निवासी हैं. मृतक आरपीएफ के सीबीआई शाखा में उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत थे. वह मौजूदा समय में आलमबाग के सरदारीखेड़ा में अकेले रह रहे थे. चारबाग रेलवे स्टेशन पर उनकी रात्रि की ड्यूटी थी. उन्होंने रात में अपनी ड्यूटी की और वहां से चले गए, लेकिन सुबह वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे. मोबाइल पर फोन किए जाने के बावजूद फोन नहीं उठाया जा रहा था. इसी बीच सुबह उनका खून से लथपथ शव मवैया रेलवे क्रॉसिंग के आगे पड़ा होने की सूचना मिली.
रेलवे क्रासिंग के आगे खून से लथपथ शव मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरपीएफ की वर्दी देखकर पहले आरपीएफ के लोगों को इस घटना की जानकारी दी. सूचना पाकर मौके पर आरपीएफ के लोग भी पहुंच गए. उन्होंने शव को देखते ही उसकी पहचान दरोगा पूरन सिंह नेगी के रूप में की. बताया जा रहा है कि पूरन सिंह नेगी के सीने पर एक गोली लगी हुई थी. शव के पास में ही उनकी सर्विस पिस्टल और मोबाइल पड़ा हुआ था. पुलिस को पिस्टल की मैगजीन में 9 गोलियां मिलीं, जबकि एक गोली उनके सीने में धंसी हुई थी. परिजनों को सूचना देने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
इंस्पेक्टर आलमबाग प्रदीप सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. प्रथम जांच संभावना नजर आ रही है कि मृतक पूरन सिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है. उन्होंने बताया कि परिजनों को सूचना दी गई है, उनके आने के बाद कुछ और बात पता चल सकती है. उन्होंने कहा कि परिजन जो तहरीर देंगे उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. दरोगा पूरन सिंह के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं.