लखनऊ: दस वर्षों से कांग्रेस पार्टी में अपनी सेवाएं दे रहीं और मशहूर शायर मुन्नवर राना की बेटी उरूसा राना को कांग्रेस पार्टी ने बड़े पद से नवाजा है. उरूसा राना कांग्रेस महिला समिति के मध्य जोन की उपाध्यक्ष बनाई गई हैं. पद ग्रहण करने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में उरूसा राना ने कहा कि प्रदेश में अपराधों के खिलाफ प्रियंका गांधी आवाज उठाती रही हैं और अब महिलाओं के हक की आवाज को बुलंद करने में भी वह पीछे नही रहेंगी.
सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रोटेस्ट में लिया था भाग
उरूसा राना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का जनाधार तेजी से बढ़ा है. उत्तर प्रदेश की जनता को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जैसे नेता की जरूरत है, क्योंकि प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में बेहद अहम भूमिका निभाई है. उरूसा राणा ने प्रदेश की योगी सरकार और विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर भी तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि योगी सरकार हो या फिर पूर्व में रही अखिलेश सरकार, दोनों ने ही हिंदू-मुस्लिम का वोट हासिल करने के लिए धर्म के आधार पर राजनीति की है. कांग्रेस पार्टी ने धार्मिक मुद्दों से ऊपर उठकर महिला, किसान, बेरोजगारी और नौजवानों के मुद्दे पर सक्रिय राजनीति की है. सीएए व एनआरसी के प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली उरूसा राना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक ऐसी पार्टी है. उसने खुलकर सीएए व एनआरसी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बैनर तले वह आगे भी नागरिकता संशोधन कानून और महिलाओं के खिलाफ प्रदेश में होने वाली हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी.
प्रदेश की राजनीति में करूंगी संघर्ष
उरूसा ने कहा की कांग्रेस पार्टी ने मुझे महिला समिति के उपाध्यक्ष के पद पर चयनित करते हुए एक बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा है. इस जिम्मेदारी का मैं ईमानदारी से निर्वहन करूंगी और प्रियंका गांधी के साथ प्रदेश की राजनीति में संघर्ष करूंगी. 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सवाल पर उरूसा ने कहा कि 2022 के चुनाव में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को जनाधार देने का मन बना लिया है. पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों के पद चिन्हों पर चलकर मैं भी प्रदेश की जनता को उनके जमीनी मुद्दों को लेकर आगे बढूंगी.
मुनव्वर राना भी भाजपा सरकार की कर चुके हैं खिलाफत
गौरतलब है कि मशहूर शायर मुनव्वर राना भी देश की मौजूदा सरकार के खिलाफ कई अहम बयान दे चुके हैं और सरकार की कई नीतियों का खुलकर विरोध दर्ज करवा चुके हैं. अब उनकी बेटी उरूसा भी सक्रिय राजनीति के मैदान में उतर आई हैं. उनकी दूसरी बेटी फौजिया ने भी बिहार में कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है.