लखनऊ: जिले के हरदोई राजमार्ग पर बने बेता नदी के पुल की रेलिंग आए दिन हादसों को दावत दे रही है. बता दें यहां से हजारों की तादाद में रोजाना गुजरने वाले वाहन गुजरते हैं. शीतलहर के साथ घना कोहरा छाने से भी हादसे की संभावना और प्रबल हो गई है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है. अगर समय रहते जिम्मेदार नहीं चेते तो दर्दनाक हादसा घटित हो सकता है.
नहीं लगा चेतावनी बोर्डलखनऊ-हरदोई राजमार्ग के काकोरी अंतर्गत टिकैतगंज गांव के पास बेता नदी के ऊपर बने पुल की रेलिंग पिछले कई सालों से टूटी पड़ी है. जिस ओर आज तक न तो प्रशासन का ध्यान गया और न ही लोक निर्माण विभाग का ध्यान गया है. घने कोहरे में जरा सी लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है. इस पुल पर न तो कोई चेतावनी का बोर्ड लगा है, न ही किसी प्रकार की कोई सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राहगीरों ने बताया कि सड़क को तो राजमार्ग बना दिया गया, लेकिन पुल व आसपास की जगह का चौड़ीकरण न होने के कारण यह सड़क ज्यादा खतरनाक हो गई है. अक्सर कई बार माल से भरे हुए ट्रक पलट चुके हैं. पुल की रेलिंग भी टूटी पड़ी है. हम लोगों को काम के लिए रोजाना सुबह-शाम इसी जगह से अपनी जान को जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता है, लेकिन संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते. ताकि कोई बड़ा हादसा न हो और आमजन को कोई परेशानी न हो. यह राज्यमार्ग नेशनल हाईवे को स्थानांतरित किया जा चुका है. फिलहाल कुछ न कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी, जिससे आम लोगों की सुरक्षा की व्यवस्था हो सके और उन्हें राहत मिले.
सत्येंद्र यादव, जेई, लोक निर्माण विभाग