लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की वेबसाइट हैक होने के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से साइबर हमले से बचने के लिए एक्सपर्ट से ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है. रोडवेज अफसरों को साइबर सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षित किया गया जा रहा है. इसके पीछे मकसद यही है कि बसों की इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन को हैकर्स से बचाया जा सके. दो दिवसीय ट्रेनिंग वर्कशॉप के पहले दिन बुधवार को ट्रैनिंग में हिस्सा लेने पहुंचे अधिकारियों को किसी भी अनजान लिंक से बचने का सुझाव दिया गया. इस मौके पर परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक मासूम अली सरवर और अपर प्रबन्ध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (आईटी) यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि 'दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के पहले दिन साइबर फ्रॉड की घटनाओं में बढ़ोतरी के मद्देनजर साइबर सेक्योरिटी विषय पर प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस दौरान रोडवेज बस की टिकटिंग प्रणाली के अंतर्गत सभी आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर एप्लीकेशन, ऑनलाइन पोर्टल के संबंध में यूपी डेस्को की संस्था की ओर से प्रशिक्षण किया जा रहा है. अंतिम दिन 22 सितंबर को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए और भी जानकारी साझा की जाएगी. बता दें कि बीती 27 जून को परिवहन निगम की 11,388 इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन को हैक कर लिया गया था. इससे यूपीएसआरटीसी को बेहद नुकसान हुआ था. इससे बचने के लिए सिक्योरिटी से लैस नया साॅफ्टवेयर बनाया गया. वर्तमान में 13 हजार ईटीएम में सॉफ्टवेयर इस्तेमाल हो रहा है.' इस कार्यक्रम में निगम मुख्यालय के सभी अधिकारी और क्षेत्रों में तैनात अधिकारी भी वीसी के माध्यम से शामिल हुए.
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट राहुल मिश्रा ने वर्तमान समय में बढ़ते साइबर खतरों एवं उनके विभिन्न प्रकार से कारित होने से अवगत कराया. साइबर सिक्योरिटी फंडामेन्टल्स, आई.टी. एक्ट, एडवांस थ्रीट डिटेक्शन टेक्निक्श, साइबर हाइजिनन एण्ड बेस्ट प्रैक्टिसेस (Cyber Security fundamentals, IT Act, Advanced Threat detection techniques, cyber hygiene and best practices) के विषय पर प्रतिभागियों को विस्तृत रूप से जानकारी दी. साइबर क्राइम की विभिन्न केस स्टडीज पर प्रतिभागियों के साथ चर्चा की गई. विभिन्न प्रकार के मालवेयर, वायरस, ट्रोजन्स, वार्म्स (Malware, Viruses, Trojans Worms) से बचाव के कारणों विषयक प्रशिक्षण दिया गया. ई-मेल के माध्यम से प्राप्त होनें वाले कम्यूनीकेशन्स में Malware से बचाव के तरीके भी बताए गए.