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36 वर्षों में पहली बार छठ घाट पर नहीं हो पाएंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

यूपी के लखनऊ में कोरोना के चलते इस वर्ष छठ पूजा का आयोजन लक्ष्मण मेला में नहीं किया जाएगा. इसकी जानकारी कार्यक्रम के आयोजक प्रभुनाथ राय ने दी. उन्होंने कहा कि व्रती अपने घर या आसपास के पार्क में ही पूजन करें. कोराना के मद्देनजर सतर्कता और सुरक्षा जरूरी है.

लखनऊ में छठ पूजा.
लखनऊ में छठ पूजा.
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Published : Nov 16, 2020, 8:17 PM IST

लखनऊ: इस साल छठ पूजा पर लक्ष्मण मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. कार्यक्रम के आयोजक अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि छठ पूजा के कार्यक्रमों पर रोक कोरोना के कारण लगाई जा रहा है.

टूट जायेगी परम्परा
बता दें कि प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में पिछले 36 वर्षों से यहां छठ पूजा का आयोजन होता आ रहा है. उन्होंने बताया कि इस साल कोरोना के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नही हो पाएगा. 1984 में प्रभुनाथ राय ने चार-पांच लोगों के साथ मिलकर यहां छठ पूजा की शुरुआत की थी. इसके बाद बड़े स्तर पर लक्ष्मण मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इसमें लगभग 200 कालाकारों द्वारा 18 घण्टे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. समाजिक व राजनैतिक सहित समाज के हर वर्ग के लोग लाखों की संख्या में इसमें भाग लेने लगे.

व्रत रखने वाली महिलाओं से किया अनुरोध
इस कार्यक्रम में पहले भी कई बार कठिनाई आईं लेकिन हर कठिनाई से पार पाया गया. उन्होंने बताया कि 36 वर्षों में पहला मौका है कि कोरोना के कारण अखिल भारतीय भोजपुरी समाज का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हो पाएगा. वहीं प्रभुनाथ राय ने सभी छठ पूजा व्रती से अनुरोध किया कि वह अपने घरों व आसपास के पार्क में ही पूजा करें.

कम लोगों के लिए रहेगी व्यवस्था
उन्होंने ने बताया कि छठ घाट गोमती तट लक्ष्मण मेला मैदान पर सफाई, फॉगिंग और लाईट सब कुछ करा दिया गया है. पुलिस बल भी प्रयाप्त मात्रा में रहेगा. कोरोना प्रोटोकोल के तहत ही लोग वहां जा पायेंगे. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह से रहेगी.

लखनऊ: इस साल छठ पूजा पर लक्ष्मण मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. कार्यक्रम के आयोजक अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि छठ पूजा के कार्यक्रमों पर रोक कोरोना के कारण लगाई जा रहा है.

टूट जायेगी परम्परा
बता दें कि प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में पिछले 36 वर्षों से यहां छठ पूजा का आयोजन होता आ रहा है. उन्होंने बताया कि इस साल कोरोना के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नही हो पाएगा. 1984 में प्रभुनाथ राय ने चार-पांच लोगों के साथ मिलकर यहां छठ पूजा की शुरुआत की थी. इसके बाद बड़े स्तर पर लक्ष्मण मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इसमें लगभग 200 कालाकारों द्वारा 18 घण्टे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. समाजिक व राजनैतिक सहित समाज के हर वर्ग के लोग लाखों की संख्या में इसमें भाग लेने लगे.

व्रत रखने वाली महिलाओं से किया अनुरोध
इस कार्यक्रम में पहले भी कई बार कठिनाई आईं लेकिन हर कठिनाई से पार पाया गया. उन्होंने बताया कि 36 वर्षों में पहला मौका है कि कोरोना के कारण अखिल भारतीय भोजपुरी समाज का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हो पाएगा. वहीं प्रभुनाथ राय ने सभी छठ पूजा व्रती से अनुरोध किया कि वह अपने घरों व आसपास के पार्क में ही पूजा करें.

कम लोगों के लिए रहेगी व्यवस्था
उन्होंने ने बताया कि छठ घाट गोमती तट लक्ष्मण मेला मैदान पर सफाई, फॉगिंग और लाईट सब कुछ करा दिया गया है. पुलिस बल भी प्रयाप्त मात्रा में रहेगा. कोरोना प्रोटोकोल के तहत ही लोग वहां जा पायेंगे. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह से रहेगी.

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