लखनऊः राजधानी में इस वर्ष 'सीएसआईआर' संस्थान द्वारा किसान मेला का आयोजन किया जा रहा है. मेंले का आयोजन 15 जनवरी से 5 फरवरी तक चलेगा. मेले में पूर्व पंजीकरण के माध्यम से प्रतिदिन केवल 100 प्रतिभागियों को ही आमंत्रित किया गया है. किसान मेले में कोरोना की गाइडालइन का भी ध्यान रखा जा रहा है. बीस दिनों तक चलने वाले इस मेले का प्रारंभ शुक्रवार से हो गया. मेले का उद्घाटन 'सीएसआईआर' के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार त्रिवेदी ने किया. डॉ. प्रमोद कुमार त्रिवेदी ने मेले में भाग लेने वाले अतिथियों का आभार व्यक्त किया.
मेले में किसानों को 'सीमैप' से विकसित औंस प्रजातियों, तकनीकियों तथा हर्बल उत्पाद संबंधी जानकारियां काराईं गईं. कार्यक्रम के दौरान डॉ. अनिल कुमार सिंह ने किसानों को तमाम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 'सीमैप' किसान मेले की शुरुआत 2003 में हुई थी. इसमें किसानों की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है. कार्यक्रम के दौरान मौजूद डॉ. सौदान सिंह ने किसानों को अगेती मिंट तकनीकी व जिरेनियम की खेती के बारे में बताया.
वहीं डॉ.वी.आर सिंह ने औषधीय एवं सुगंधित पौधों के खेती के बारे में जानकारी दी. किसान मेले में उत्पादन से बाजार तक परिचर्चा गोष्ठी, अगरबत्ती व गुलाब जल बनाने का प्रशिक्षण, मेंथा की अगेती कृषि तकनीकी का प्रदर्शन और फसलों का परंपरागत फसल प्रणाली में समावेश का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया.