लखनऊ: साल 2022 में एक नाबालिग बेटे ने अपनी मां की हत्या कर 3 दिन तक उसके शव के साथ घर में बिताया. प्रयागराज में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या हुई. जबकि भाजपा नेता नुपुर शर्मा के पैगंबर पर दिये गये बयान के बाद यूपी के कई हिस्सों में हिंसा हुई तो देश को मुस्लिम देश बनाने की साजिश भी प्रदेश में रची गई. इसी साल हमीरपुर में एक लड़की को निर्वश्त्र कर उसका वीडियो वायरल किया गया. यही नहीं राज्य के दो जिलों में महिलाओं की हत्या कर हत्यारे ने उसके शव के कई टुकड़े कर दिये. वहीं, इस साल लव जिहाद में धर्म परिवर्तन न करने पर एक लड़की को मुस्लिम युवक ने 3 मंजिल से फेंककर उसकी जान ले ली. ऐसी दर्जनों घटनाए साल 2022 में घटी. जिसने लोगों को हैरान कर दिया और समाज को झकझोर कर रख दिया.
नाबालिग बेटे ने मां को मार 3 दिन लाश के साथ रहा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीजीआई थाना अन्तर्गत यमुनापुरम कॉलोनी में एक सैन्य अधिकारी के 17 साल के बेटे ने अपनी मां की हत्या कर दी. हत्या इसलिए की क्योंकि वह उसे हर बात के लिये टोका करती थी. क्या कोई बेटा अपनी मां से इतनी नफरत कर सकता है कि उसकी गोली मारकर हत्या कर दे…? बात सिर्फ इतने में ही खत्म नहीं होती. उस नाबालिग बेटे ने अपनी मां के शव को 3 दिनों तक घर में ही रखा रहा. लाश सढ़ती गई फिर भी बेटा और उसकी बहन घर पर ही रहे. इस घटना के समय मौके पर पहुंची पुलिस, मीडियाकर्मी और पड़ोसी भी हैरान हो गए. आइये जानते हैं आखिरकार कैसे हुई ये सनसनीखेज वारदात ?
बता दें कि 7 जून 2022 की रात के 8 बज रहे थे. लखनऊ के पीजीआई थाने की पुलिस को सूचना मिली कि यमुनापुरम कॉलोनी के एक घर से काफी बदबू आ रहा है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाया तो घर के अंदर एक 17 साल के लड़के को उसकी 6 साल की छोटी बहन के साथ पाया गया. बच्चे ने सबसे पहले घर में रखे डाइनिंग टेबल पर मौजूद एक पिस्टल दिखाई और पुलिस को बताया कि एक अंकल आये और मम्मी को मारकर चले गये. पुलिस को बच्चे की बातों से शक हुआ और उसकी छोटी बहन से पूछताछ करने पर हैरान करने वाला खुलासा हुआ. बच्ची ने बताया कि 3 जून की रात को उसके भाई ने पापा की पिस्टल से मां की हत्या कर दी. इसके बाद उसे भी जान से मारने की धमकी दी. इसी डर से 3 दिनों तक वह अपनी मां की लाश के साथ घर पर ही रही. नाबालिग बेटे से जब बात की गई तो उसने बताया कि उसकी मां साधना हर बात के लिये उसे टोकती थी. कभी उस पर चोरी का इल्जाम लगा कर मारती थी तो कभी मोबाइल गेम खेलने से मना करती थी. इन्ही बातों को लेकर वह अपनी मां से नफरत करने लगा और अपने पापा की लाइसेंसी पिस्टल से मां के सिर पर गोली मार दी. इस घटना के बाद न सिर्फ उस कालोनी बल्कि राज्य के हर घर में बच्चों की परिवरिस को लेकर चर्चाएं होने लगी. फिलहाल आरोपी बेटा अब बालिग हो चुका है और सलाखो के पीछे बंद है.
लखीमपुर में दो बहनों की रेप व हत्या ने गरमाई सियासत
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना इलाके के तमोलीन में 14 सितंबर को गांव के बाहर पेड़ से 2 दलित बहनों का लटकता हुआ शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया था. मृतक लड़कियों की मां का आरोप था कि 3 युवक उसकी बेटियों को उठाकर ले गए. फिर हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिए. इस घटना ने पूरे देश में लखीमपुर खीरी को एक बार फिर सियासी अखाड़ा बना दिया था. विपक्ष योगी सरकार व पुलिस की भुमिका को लेकर आक्रमक थी. वहीं पुलिस के ऊपर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तारी करने का दबाव था. तत्कालीन लखीमपुर खीरी एसपी संजीव सुमन (Lakhimpur Kheri SP Sanjeev Suman) ने बताया कि आरोपी छोटू मृतक बहनों के पड़ोस में रहता था. उसी के माध्यम से दोनों लड़कियों की जान-पहचान अन्य आरोपियों से हुई थी. घटना के दिन तीन आरोपी दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर खेत में ले गए थे. जहां आरोपी जुनैद व सोहैल ने बच्चियों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया. रेप के बाद जब दोनों बहनों ने शादी का दबाव बनाया तो आरोपियों ने उनके दुपट्टे से ही गला घोंटकर हत्या कर दी।.यही नहीं उसके बाद शव को पेड़ से लटकाकर उसे आत्महत्या दिखाने की कोशिश की गई. उन्हें पेड़ से लटकाने में जुनैद और सोहेल का साथ हाफिजुल, आरीफ और करीमुद्दीन ने दिया था.
यूपी को हिंसा की आग में झोंकने की हुई साजिश
साल 2022 हिंसा को लेकर भी चर्चा में रहा. जहां बीजेपी से निष्कासित नूपुर शर्मा की ओर से मोहम्मद साहब (Mohammad Sahab) पर विवादित टिप्पणी करने से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बवाल मच गया. नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हुए. उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीम रहा. 3 जून 2022 को जुमे की नमाज के बाद उस वक्त उत्तर प्रदेश चर्चा का केंद्र बना. जब कानपुर में एक सुनियोजित तरीके हिंसक प्रदर्शन किया गया. दरअसल, नुपुर शर्मा कानपुर (Nupur Sharma Kanpur) की ही रहने वाली थी. ऐसे में उनके विवादित बयान के खिलाफ जुमे के दिन जफर हयात नाम के एक संस्था से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति ने प्रदर्शन का ऐलान किया. 3 जून को कानपुर के बेकनगंज में अचानक हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा होकर पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगी. जांच में सामने आया था कि इस हिंसा में हिस्सा लेने वाले युवकों को बकायदा पत्थर चलाने के लिये पैसे दिये गये थे. यही नहीं राज्य का माहौल खराब करने के लिये सुनियोजित तरीके से हिंसा की गई थी. इसका परिणाम रहा 3 जून के बाद प्रयागराज व मुरादाबाद समेत कई जिलों में हिंसा हुई. उत्तर प्रदेश के इन जिलों में हुई हिंसा के पीछे पीएफआई (PFI) का हाथ सामने आया था. जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि यूपी को हिंसा की आग में झोकने के लिये पीएफआई ने ही साजिश रची थी।
भारत से हिंदुओं का अस्तित्व खत्म कर साल 2047 तक देश को इस्लामिक स्टेट (Islamic State to the country) बनाने का सपना उत्तर प्रदेश में रह कर आतंकी संगठन पूरा कर रहे थे. उत्तर प्रदेश में ही गजवा-ए-हिंद फौज के लिये आतंकी संगठन भर्ती कर रहे थे. साल 2022 में यूपी एटीएस ने गोरखपुर, आजमगढ़, कानपुर व देवबंद से एक दर्जन से अधिक आतंकियों की गिरफ्तारी थी. खासकर हबिबुल उर्फ सैफुल्लाह, नदीम, सबाउद्दीन व फारुख ने जो खुलासे किये उसे पूरे देश को हैरान कर के रख दिया. यूपी एटीएस (UP ATS) ने खुलासा किया था कि गिरफ्तार हुए आतंकियों ने खुलासा किया था कि भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने व कायरों (हिंदुओं) को घुटने पर लाने के लिये 4 स्टेज का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया था. इस ब्लू प्रिंट को जनवरी 2018 को तैयार किया गया था.
पिट्बुल ने नोच नोच कर ली मालकिन की जान
साल 2022 में एक ऐसा समय भी आया जब पालतू कुत्तों को अपने परिवार का हिस्सा समझने वाले उन्ही कुत्तों से खौफ खाने लगे थे. ये खौफ उत्तर प्रदेश से ही उपजा था. जब राजधानी में एक पालतू पिटबुल ने अपनी ही मालकिन की जान ले ली थी. लखनऊ की यह घटना ने पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई थी. लोग अपने पालतू कुत्ते घर से निकालने लगे. कुत्तों को दूर से ही देख कर रास्ता बदलने लगे थे.
दरअसल, 12 जुलाई को लखनऊ में कैसरबाग के बंगाली टोला में सूबह घर में पले पिटबुल को खाना देने गई 82 साल की बुजुर्ग मालकिन सुशीला को उसी डॉग ने नोच नोच कर घायल कर दिया. पडोसी शोर सुन कर सुशीला के घर की ओर दौडे. लेकिन गेट बंद होने की वजह से उन्हें बचा न सके. पिटबुल अपनी मालकिन को तब तक नोचता रहा जब तक बुजुर्ग की जान नहीं चली गई. बुजुर्ग महिला की मौत के बाद भी उसके बेटे ने पिटबुल को दोषी नहीं माना. लेकिन राजधानी समेत पूरे प्रदेश के ऐसे मालिकों और आम लोगों में डर घर कर गया. जिनके घर पर डॉग पले हुए थे. बुजुर्ग की जान लेने वाले कुत्ते को नगर निगम ने जब्त कर लिया और लोग अपने अपने डॉग को डर की वजह से लावरिस छोड़ने लगे.
दिनदहाड़े बिहार के मोस्टवांटेड की हुई हत्या
उत्तर प्रदेश की राजधानी में साल 2022 में जून के महीने में गोलियों की तड़तड़ाहट ने पूरे राज्य में हडकंप मचा दिया था. इस महीने बिहार के एक बड़े माफिया की लखनऊ में दिन दहाड़े पुलिस की वर्दी मे आये बदमाशो ने हत्या कर दी. इस हत्याकांड ने यूपी और बिहार दोनों ही राज्यों की पुलिस की नींद उड़ा दी थी. इस हत्याकांड में भले ही पुलिस कई गिरफ्तारी कर चुकी है. लेकिन सनसनीखेज वारदात का सूत्रधार आज भी दोनों ही राज्यों की पुलिस की पहुंच से दूर है.
हमीरपुर में युवती को निर्वश्त्र कर वीडियो वायरल किया गया
जनपद में 2022 में एक नाबालिग बेटा अपनी मां को मार कर उसकी लाश के साथ 3 दिन घर पर रह चुका था. एक पालतू पिट्बुल अपनी बुजुर्ग मालकिन की नोच नोच कर जान ले चुका था. बिहार के मोस्टवांटेड अपराधी की दिनदहाड़े ह्त्या भी इस साल हो चुकी थी. साथ ही प्रयागराज में एक पिता अपनी पत्नी व तीन मासूम बेटियों की हत्या कर खुद फांसी पर लटक गया था. इन सभी हैरान-परेशान कर देने वाली घटनाओं के बाद अगस्त महीने में कुछ ऐसा हुआ. जिसने पूरे राज्य की आंख शर्मिंदगी से झुका दी थी. हमीरपुर जिले में अपने पुरुष दोस्त के साथ घूमने गई एक लड़की के साथ 5 वहसियों ने ऐसी घटना कारित की, जिसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया.
इसी दौरान 8 नवंबर को सीतापुर जिले के रामपुर कलां थाना क्षेत्र के गुलहेरिया गांव के बाहर एक खेत में बोरी के अंदर बंद महिला के शव के कई टुकड़े बरामद हुए. साथ ही शव के कई टुकड़े गायब भी मिले. महिला की पहचान बाद में ज्योति के रूप में हुई थी. पुलिस ने मृतका के पति पंकज का पता लगाया. जो 15 नवंबर से लापता था. पंकज से जब उसकी पत्नी के लापता होने के बारे में पूछा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका. पूछताछ में उसने उसकी हत्या की बात कबूल किया. आरोपी ने बताया कि वह एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था और देर रात घर लौटता था. उसने कहा, मुझे पड़ोसियों से पता चला कि ज्योति को अक्सर अन्य पुरुषों के साथ देखा जाता था और उसने ड्रग्स लेना भी शुरू कर दिया था. इसी से नाराज होकर उसने पत्नी ज्योति की हत्या कर उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए.
धर्मांतरण व लव जिहाद के चक्कर में गई युवती की जान
देश में लव जिहाद व धर्मांतरण (love jihad and religious conversion) का मुद्दा हर साल की तरह साल 2022 में भी गरम रहा. हालांकी इस साल के अंत में उत्तर प्रदेश में एक ऐसी घटना घटी जिसने धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे को और भी गरमा दिया. धर्मांतरण के इस मामले की वजह से एक 19 साल की बेटी को जान से हाथ धोना पड़ गया. दरअसल, 15 नवंबर 2022 को लखनऊ के दुबग्गा में जबरन धर्मांतरण के विरोध पर प्रेमी सुफियान ने प्रेमिका निधि गुप्ता को चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया. गंभीर रूप से घायल युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां कुछ देर बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं, वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया. जिसे पुलिस से कई दिन तलाश के बाद मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया.
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