लखनऊ: देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत पर पथराव की घटनाएं रुक नहीं रही हैं. गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदेभारत पर रसौली स्टेशन आउटर के पास गुरुवार को अराजक तत्वों ने चलती ट्रेन में पत्थरबाजी की. ट्रेन के कोच सी 6 में पत्थर से कांच की खिड़की टूट गई. इस घटना के बाद यात्रियों में डर का माहौल पैदा हो गया. जीआरपी और आरपीएफ पत्थरबाजी की जांच में जुटी है. उत्तर रेलवे की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा का कहना है कि सीसीटीवी के जरिए अराजक तत्वों की छानबीन कर कार्रवाई की जाएगी. चार माह में वंदे भारत पर चार बार पत्थर फेंके जा चुके हैं.
रसौली में आज वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी से पहले गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर मल्हौर के पास लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे ट्रेन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया. इससे पहले अयोध्या स्टेशन के करीब वंदे भारत पर पथराव हुआ. मल्हौर रेलवे स्टेशन से गुजरते समय ट्रेन पर जब पथराव हुआ तो इससे ट्रेन के कोच नंबर सी 3 थ्री का शीशा छतिग्रस्त हो गया. पत्थर टकराने से शीशा छतिग्रस्त हुआ तो ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गयाा. इससे पहले सात अगस्त को सफेदाबाद रेलवे स्टेशन के पास अराजक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया था. पथराव किए जाने से कोच के कई शीशे टूट गए थे. उस समय बताया गया कि अराजक तत्वों के पत्थर चलाने से कोच नंबर सी 2 के सीट नंबर तीन और चार के पास वाली खिड़की का शीशा टूटा था.
बता दें कि 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. 9 जुलाई से ट्रेन का विधिवत संचालन शुरू हुआ था. यह ट्रेन सुबह गोरखपुर से लखनऊ के लिए रवाना होती है. शाम 7:15 बजे लखनऊ से वापस गोरखपुर जाती है. जब 9 जुलाई से गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का कॉमर्शियल रन शुरू हुआ तो दो दिन बाद ही 11 जुलाई को ट्रेन पर पत्थर बरसा दिए गए थे. पत्थरबाजी होने से ट्रेन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया और ऊपरी हिस्सा भी डैमेज हुआ था. राहत की बात रही थी कि पत्थरबाजी में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई थी. ट्रेन पर पत्थर फेंके जाने की घटना अयोध्या से पहले सोहावल में हुई थी. पत्थरबाजी करने वाले अराजक तत्व पकड़े भी गए थे. घटना का जब खुलासा हुआ तो सामने आया था कि पत्थरबाजों की बकरियां वंदे भारत एक्सप्रेस से कट गई थीं, जिससे नाराज होकर यह पत्थरबाजी की गई थी. इस घटना में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
देश के विभिन्न राज्यों में चल रही वंदे भारत पर स्टोन पेल्टिंग की बात की जाए तो 26 फरवरी को मैसूर चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई थी. यह घटना कृष्णराजपुरम और बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के बीच हुई थी. आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था. इसके अलावा केरल में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी. इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस के E1 कोच पर पथराव किया गया था. यह ट्रेन दिल्ली से देहरादून जा रही थी. 18-19 जून को इस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी. यह आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि वंदे भारत पर खूब पत्थर फेंके जा रहे हैं.
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