लखनऊ: दिल्ली से लेकर राजधानी लखनऊ तक महिलाओं का रेप करने वाले मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगे राम की एक करोड़ की समाप्ति कुर्क करने का आदेश सोमवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर (Lucknow Police Commissioner SB Shirdkar) ने जारी किया. जल्द ही पुलिस अपराधी की संपत्ति कुर्क करेगी. मनीष प्रताप के खिलाफ लखनऊ, दिल्ली और हरियाणा में 28 मुकदमे दर्ज हैं. मनीष नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगता था. साथ ही सेक्स रैकेट भी चलाता था.
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि मनीष प्रताप (Manish Pratap Singh aka Mange Ram) ने बेरोजगारों को नौकरी के नाम पर ठग कर और देह व्यापार कर काली कमाई से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. अपराधी की एक संपत्ति चिन्हित की गयी है, जो उसने 32,78,990 रुपये में खरीदी थी. इसकी वर्तमान समय में कीमत करीब एक करोड़ रुपये है. इसकी प्रारंभिक कुर्की का आदेश अक्टूबर 2022 में जारी किया गया था. इसके बाद अपराधी को उसका पक्ष रखने का समय दिया गया था.
अब पुलिस कमिश्नर ने कुर्की का अंतिम आदेश (Mange Ram property will be attached in Lucknow) पारित कर दिया है. मनीष के खिलाफ अमीनाबाद और चिनहट में छह मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा मथुरा, हरियाणा और दिल्ली में भी मुकदमे चल रहे हैं. मांगे के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी. इससे पहले दिल्ली से मांगे की गिरफ्तारी भी हुई थी.
1995 में किया था रेप: डीसीपी मध्य ने बताया कि मनीष और उसका बेटा सत्येंद्र पूरा रैकेट चलाता था. दोनों 50 हजार रुपये में हूबहू मेडिकल की डिग्री बनाकर देते थे. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से स्टेट बोर्ड आफ मदरसा एजुकेशन, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल, महाकौशल आयुर्वेदिक बोर्ड जबलपुर समेत कई अन्य संस्थानों की डिग्री, मुहर और अन्य दस्तावेज मिले थे. मनीष ने वर्ष 1995 में दिल्ली के कल्याणपुरी में महिला से बलात्कार कर अपराध की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद उसके खिलाफ रेप, हत्या का प्रयास, हत्या, जालसाजी, सेक्स रैकेट चलाने के मामलों में 28 मुकदमे दर्ज किए गए. मनीष के गिरोह ने मध्यप्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंंड, हरियाणा और छत्तीसगढ़ तक अपना नेटवर्क फैला रखा था. (Crime News Lucknow)