लखनऊः राजधानी के निगोहां थाना क्षेत्र में 11 अगस्त को सुंदर की हत्या हुई थी. इस केस का पुलिस ने खुलासा शुक्रवार को कर दिया. सुंदर की हत्या उसी के बहनोई ने ईंट से वार कर की थी. वहीं, उसकी बहन ने पति के साथ मिलकर उसके शव को ठिकाने लगाया था. शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी बहन और बहनोई को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. हत्या सुंदर की बिकी जमीन के पैसों की देनदारी से बचने के लिए की गई थी. सुंदर ने शादी नहीं की थी. वह करीब 20 साल से अपनी बहन के परिवार के साथ ही रह रहा था.
इंस्पेक्टर विनोद यादव ने बताया कि सुंदर (48) अपनी बहन फूलमती के घर पर रहता था. जांच के दौरान पता चला 2 माह पहले सुंदर की पांच बिस्वा जमीन एक लाख में बेची गई थी. उसके पैसे को बहन-बहनोई और भांजों ने आपस में बांट लिया था. इससे सुंदर नाराज था. वह अपने बहनोई अनिरुद्ध कुमार उर्फ राजाराम और बहन फूलमती से जमीन के पैसे मांग रहा था. इसको लेकर उनके बीच कई बार झगड़ा भी हुआ था. बहन-बहनोई ने सुंदर की पिटाई भी की थी.
इंस्पेक्टर के अनुसार, इसके बाद पुलिस ने जब अनिरूद्ध को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो सच सामने आ गया. पुलिस को उसने बताया कि साला सुंदर जमीन बिक्री का पैसा अपने खाते में जमा करने की जिद कर रहा था. सारा पैसा खर्च हो गया था. आये दिन पैसा वापस मंगाने की जिद से परेशान होकर उसने अपने साले सुंदर की हत्या की योजना बनाई.
पुलिस पूछताछ में अनिरूद्ध ने बताया कि वह घर के बाहर सोता था. इसी बीच एक दिन मौके देखकर सुंदर की सोते समय चेहरे और सिर पर वार कर हत्या कर दी. इसके बाद पत्नी फुलमती के साथ मिलकर शव को कुछ दूरी पर खेत में फेंक दिया था. उसने कमरे का सामान भी बिखरा दिया था, जिससे ये लगे कि घर में चोरी हुई है और बदमाशों ने उसकी हत्या की है. सुंदर के भांजे भक्तवत्सल उर्फ सोनू की तहरीर पर अज्ञात के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले के खुलासे के लिये उपनिरीक्षक मुन्नालाल, राकेश कुमार यादव समेत पुलिस की कई टीम लगायी गयी थीं.
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