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लखनऊ: शहर में आई गुनाहों की बाढ़, एक माह में हुए 13 गोलीकांड - लखनऊ में बढ़ रहे है क्राइम

राजधानी लखनऊ में एक महीने के अंदर 13 गोलीकांड की वारदातें सामने आई हैं. इन अपराधों को रोकने में लखनऊ पुलिस नाकाम साबित हो रही है. वहीं अपराधियों के हौसले भी बुलंद होते जा रहे हैं जिससे हर दिन एक नया क्राइम सामने आता है.

राजधानी में एक माह में हुए 13 गोलीकांड
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Published : Sep 25, 2019, 10:48 AM IST

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार भले ही अपराध पर नियंत्रण करने के लिए तमाम दावे कर रही है लेकिन अपराध की जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. सरकार की तमाम सख्ती के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी का यह आलम है की सितंबर माह में हत्या, लूट, बलात्कार जैसे बड़ी संख्या में आपराधिक घटनाएं हुई हैं. अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सिर्फ सितंबर माह में 13 गोलीकांड को अंजाम दिया गया है.

राजधानी में एक माह में हुए 13 गोलीकांड.
सितंबर माह में हुए 13 गोलीकांड
  • 5 सितंबर को अमीनाबाद के जूते वाली गली के बाहर सब्जी विक्रेता विपिन सोनकर को गोली मारकर घायल कर दिया गया था.
  • 7 सितंबर मडियाव में किराएदार से झगड़े में वकील ने लाइसेंसी असलहे से गोली चलाई, गोली किराएदार के पैर में लगी थी.
  • 8 सितंबर को गोमती नगर के अलकनंदा अपार्टमेंट में अभिषेक ने सास चंद्र सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी.
  • 9 सितंबर को बंथरा में तीन कुत्तों को गोली मार दी गई और घटना के बाद पशु हिंसा के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की गई.
  • 11 सितंबर को मानक नगर में प्रॉपर्टी डीलर गोलू श्रीवास्तव ने लाइसेंसी बंदूक से फायर की थी
  • 12 सितंबर को सहादतगंज में निजी कंपनी के मालिक मोहम्मद इमरान को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारी थी और पुलिस अभी तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है.
  • 13 सितंबर को माल के भानपुर गांव में किसान विश्राम रावत को गोली मारकर घायल कर दिया गया था.
  • 16 सितंबर को मोहनलालगंज में प्रॉपर्टी डीलर व फौजी अशोक यादव को बदमाशों ने गोली मार दी थी इस घटना में भी पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है.
  • 17 सितंबर को गुडंबा में शराब ठेके पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सेल्समैन जितेंद्र को बदमाशों ने घायल कर दिया था.
  • 20 सितंबर को हसनगंज में एक व्यक्ति ने नर्स वंदना की गोली मारकर हत्या की और इसके बाद आत्महत्या कर ली थी.
  • 21 सितंबर को कैंट थाने के सामने पूरी विक्रेता को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
  • 21 सितंबर को मड़ियाव में स्कूली वैन चालक मेराज को बदमाशों ने गोली मारकर लहूलुहान कर दिया गया था.
  • 23 सितंबर को हुसैनगंज में रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शहनवाज पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी.

राजधानी लखनऊ में लगातार अपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं सितंबर माह में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है. सितंबर में हत्या, लूट, बलात्कार जैसी घटनाएं और 13 गोलीकांड हो चुके हैं. एक ओर जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और लगातार घटनाएं हो रही हैं तो ऐसे में लखनऊ पुलिस 13 में 7 घटनाओं के खुलासे कर अपनी पीठ थपथपा रही है. सोमवार को लखनऊ एसएसपी की ओर से केस डायरी सार्वजनिक की गई जिसमें बताया गया कि 13 में से सात घटनाओं अनावरण कर लिया गया हैं. पुलिस ने जिन घटनाओं का अनावरण किया है उनमें से ज्यादातर घटनाएं आपसी रंजिश व कहासुनी के दौरान घटित हुई थी. जो घटनाएं शातिर अपराधियों द्वारा अंजाम दी गई थी उन घटनाओं को खोलने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है.


लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार भले ही अपराध पर नियंत्रण करने के लिए तमाम दावे कर रही है लेकिन अपराध की जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. सरकार की तमाम सख्ती के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी का यह आलम है की सितंबर माह में हत्या, लूट, बलात्कार जैसे बड़ी संख्या में आपराधिक घटनाएं हुई हैं. अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सिर्फ सितंबर माह में 13 गोलीकांड को अंजाम दिया गया है.

राजधानी में एक माह में हुए 13 गोलीकांड.
सितंबर माह में हुए 13 गोलीकांड
  • 5 सितंबर को अमीनाबाद के जूते वाली गली के बाहर सब्जी विक्रेता विपिन सोनकर को गोली मारकर घायल कर दिया गया था.
  • 7 सितंबर मडियाव में किराएदार से झगड़े में वकील ने लाइसेंसी असलहे से गोली चलाई, गोली किराएदार के पैर में लगी थी.
  • 8 सितंबर को गोमती नगर के अलकनंदा अपार्टमेंट में अभिषेक ने सास चंद्र सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी.
  • 9 सितंबर को बंथरा में तीन कुत्तों को गोली मार दी गई और घटना के बाद पशु हिंसा के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की गई.
  • 11 सितंबर को मानक नगर में प्रॉपर्टी डीलर गोलू श्रीवास्तव ने लाइसेंसी बंदूक से फायर की थी
  • 12 सितंबर को सहादतगंज में निजी कंपनी के मालिक मोहम्मद इमरान को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारी थी और पुलिस अभी तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है.
  • 13 सितंबर को माल के भानपुर गांव में किसान विश्राम रावत को गोली मारकर घायल कर दिया गया था.
  • 16 सितंबर को मोहनलालगंज में प्रॉपर्टी डीलर व फौजी अशोक यादव को बदमाशों ने गोली मार दी थी इस घटना में भी पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है.
  • 17 सितंबर को गुडंबा में शराब ठेके पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सेल्समैन जितेंद्र को बदमाशों ने घायल कर दिया था.
  • 20 सितंबर को हसनगंज में एक व्यक्ति ने नर्स वंदना की गोली मारकर हत्या की और इसके बाद आत्महत्या कर ली थी.
  • 21 सितंबर को कैंट थाने के सामने पूरी विक्रेता को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
  • 21 सितंबर को मड़ियाव में स्कूली वैन चालक मेराज को बदमाशों ने गोली मारकर लहूलुहान कर दिया गया था.
  • 23 सितंबर को हुसैनगंज में रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शहनवाज पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी.

राजधानी लखनऊ में लगातार अपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं सितंबर माह में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है. सितंबर में हत्या, लूट, बलात्कार जैसी घटनाएं और 13 गोलीकांड हो चुके हैं. एक ओर जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और लगातार घटनाएं हो रही हैं तो ऐसे में लखनऊ पुलिस 13 में 7 घटनाओं के खुलासे कर अपनी पीठ थपथपा रही है. सोमवार को लखनऊ एसएसपी की ओर से केस डायरी सार्वजनिक की गई जिसमें बताया गया कि 13 में से सात घटनाओं अनावरण कर लिया गया हैं. पुलिस ने जिन घटनाओं का अनावरण किया है उनमें से ज्यादातर घटनाएं आपसी रंजिश व कहासुनी के दौरान घटित हुई थी. जो घटनाएं शातिर अपराधियों द्वारा अंजाम दी गई थी उन घटनाओं को खोलने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है.


Intro:नोट- यह खबर कल भेजी गई थी अभी तक लगी नहीं है कृपया लगा लीजिए एंकर लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार भले ही अपराध पर नियंत्रण करने के लिए तमाम दावे कर रही हो लेकिन अपराध की जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। सरकार की तमाम सख्ती के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी लखनऊ का यह आलम है की सितंबर माह में हत्या, लूट, बलात्कार जैसे बड़ी संख्या में आपराधिक घटनाएं हुए हैं। अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सिर्फ सितंबर माह में 13 गोलीकांड को अंजाम दिया गया है।


Body:वियो सितंबर माह में हुए गोलीकांड 1. 5 सितंबर को अमीनाबाद के जूते वाली गली के बाहर सब्जी विक्रेता विपिन सोनकर को गोली मारकर घायल कर दिया गया। 2. 7 सितंबर मडियाव में किराएदार से झगड़े में वकील ने लाइसेंसी असलहे से गोली चलाई। गोली किराएदार के पैर में लगी। 3. 8 सितंबर को गोमती नगर के अलकनंदा अपार्टमेंट में अभिषेक ने सास चंद्र सिंह को गोली मार आत्महत्या कर ली। 4. 9 सितंबर को बंथरा में तीन कुत्तों को गोली मार दी गई। घटना के बाद पशु हिंसा के तहत केस दर्ज कर कार्यवाही की गई। 5. 11 सितंबर को मानक नगर में प्रॉपर्टी डीलर गोलू श्रीवास्तव ने लाइसेंसी बंदूक से फायर की। 6. 12 सितंबर को सहादतगंज में निजी कंपनी के मालिक मोहम्मद इमरान को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारी। लखनऊ पुलिस अभी तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है। 7. 13 सितंबर को माल के भानपुर गांव में किसान विश्राम रावत को गोली मारकर घायल कर दिया गया। 8. 16 सितंबर को मोहनलालगंज में प्रॉपर्टी डीलर व फौजी अशोक यादव को बदमाशों ने गोली मार दी। पुलिस अभी तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है। 9. 17 सितंबर को गुडंबा में शराब ठेके पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सेल्समेल जितेंद्र को बदमाशों ने घायल कर दिया। लूट की नीयत से दुकान पर पहुंचे अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। 10. 20 सितंबर को हसनगंज में एक व्यक्ति ने नर्स वंदना की गोली मारकर हत्या की और इसके बाद आत्महत्या कर ली। 11. 21 सितंबर को कैंट थाने के सामने पूरी विक्रेता को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अभी तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है। 12. 21 सितंबर को मड़ियाव में स्कूली वैन चालक मेराज को बदमाशों ने गोली मारकर लहूलुहान कर दिया। 13. 23 सितंबर को हुसैनगंज में रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शहनवाज पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें उसके सीने व पेट में गोली लगी। जमीन के आपसी विवाद के चलते परिजनों ने चचेरे भाई पर हत्या का आरोप लगाया। राजधानी लखनऊ में लगातार अपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं सितंबर माह में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गई जहां सितंबर में हत्या लूट बलात्कार जैसी घटनाएं हुई तो बनी 1 महीने में 13 गोलीकांड राजधानी लखनऊ में हुए। एक और जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और लगातार घटनाएं हो रही हैं तो ऐसे में लखनऊ पुलिस 13 में 7 घटनाओं के खुलासे कर अपनी पीठ थपथपा रही है। सोमवार को लखनऊ एसएसपी की ओर से केस डायरी सार्वजनिक की गई। जिसमें बताया गया कि 13 में से सात घटनाओं अनावरण कर लिया गया है। पुलिस ने जिन घटनाओं का अनावरण किया है उनमें से ज्यादातर घटनाएं आपसी रंजिश व कहासुनी के दौरान घटित हुई है। जो घटनाएं शातिर अपराधियों द्वारा अंजाम दी गई हैं उन घटनाओं को खोलने में लखनऊ पुलिस पूरी तरह से कामयाब नहीं नजर आ रही है।


Conclusion:संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26
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