लखनऊ: नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में एक महिला समेत गिरफ्तार पांच अभियुक्तों को एनआईए व एटीएस की विशेष अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. 16 अगस्त को एटीएस ने यूपी के बलिया जिले से तारा देवी, लल्लू राम, सत्य प्रकाश वर्मा, राम मूरत व विनोद साहनी को गिरफ्तार किया था. यह सभी प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के सक्रिय सदस्य हैं. इन पर नक्सली गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
एटीएस ने अभियुक्तों को विशेष अदालत के समक्ष गुरुवार को पेश कर इन सभी का न्यायिक रिमांड हासिल किया. साथ ही उन्हें पुलिस कस्टडी रिमांड में देने की अर्जी भी दाखिल की है. विशेष अदालत ने एटीएस की उक्त अर्जी पर सुनवाई के लिए 18 अगस्त की तारीख तय की है. साथ ही अग्रिम सुनवाई पर सभी अभियुक्तों को भी जेल से तलब किया है. एटीएस के विशेष लोक अभियोजक एमके सिंह के मुताबिक अभियुक्तों पर बिहार व झारखंड की सीमा से जुड़े जिलो में नक्सल गतिविधियों को बढ़ाने की साजिश रचने का आरोप है.
एटीएस का आरोप है कि अभियुक्तों के द्वारा सशस्त्र विद्रोह खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा था. कहा गया है कि अभियुक्तों के पास से सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) से संबधित साहित्य, दस्तावेज व पम्पलेट्स तथा एक पिस्टल भी मय कारतूस बरामद हुआ था. इस मामले की एफआईआर निरीक्षक भारत भूषण तिवारी ने थाना एटीएस गोमती नगर में दर्ज कराई थी. जिसमें कहा गया है कि एटीएस को अभियुक्तों के सक्रियता की जानकारी काफी दिनों से मिल रही थी. यह भी आरोप है कि प्रतिबन्धित संगठन भाकपा (माओवादी) विदेशी शत्रुओं के साथ मिलकर देश में अस्थिरता फैलाने की साजिश करता रहा है. उल्लेखनीय है कि उपरोक्त अभियुक्तों को स्वतंत्रता दिवस के ठीक अगले दिन बलिया जिले से गिरफ्तार किया गया था.
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