लखनऊ : प्रदेश में संचारी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है. ऐसे में चिकित्सक मरीजों को खून की जांच (blood test in balrampur hospital) लिख रहे हैं. मरीजों को किसी तरह की जांच कराने में समस्या न हो इसके लिए बलरामपुर अस्पताल में तीन काउंटर और बनाए गए हैं. जिसके बाद अस्पताल में अब कुल छह काउंटरों पर ब्लड जांच होगी. यह जानकारी अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने साझा की.
उन्होंने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में सामान्य दिनों में 500 से 600 ब्लड की जांचें (blood test in balrampur hospital) होती थीं, लेकिन अब इसकी संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है. भीड़ को देखते हुए चिकित्सालय प्रशासन ने ब्लड की जांच के काउंटर को तीन से बढ़ाकर छह कर दिया है. उन्होंने बताया कि दो काउंटर पुरुषों, दो काउंटर महिलाओं, एक काउंटर वृद्धजन, स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार एवं विकलांग जनों के लिए एवं एक काउंटर और बनाया गया है. इसके लिए तीन कंप्यूटर सिस्टम, तीन टेक्नीशियन एवं तीन ब्लड कलेक्शन स्टाफ़ को तैनात किया गया है. सोमवार से यह छह काउंटर शुरू हो जाएंगे.
मरीजों की पूरी हुई मांग : बीते दिनों बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में खून आदि की जांचें न होने से नाराज मरीज और तीमारदारों ने हंगामा किया था. शनिवार होने की वजह से ओपीडी दोपहर 12 बजे तक ही थी. इसके चलते स्वास्थ्यकर्मी जांच काउंटर बंद कर चले गए थे. ऐसे में लाइन में लगे 50 से अधिक मरीजों को बिना जांच कराए ही लौटना पड़ा था. मरीजों ने जांच काउंटर बढ़ाने की मांग की थी. बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब साढ़े चार हजार मरीज आ रहे हैं. बुखार के मरीजों की संख्या दो गुना बढ़ गई है. डॉक्टर टायफाइड, मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू की जांच लिख रहे हैं. रोजाना एक हजार से मरीज जांच के नमूने दे रहे हैं. शनिवार को भी मरीज जांच काउंटर पर कतार में लगे थे. तभी अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल दूसरे अधिकारियों के साथ ओपीडी का निरीक्षण करने पहुंचे. जांच के लिए करीब तीन घंटे से लाइन में खड़े मरीज और तीमारदार निदेशक को देख हंगामा करने लगे थे. आरोप लगाया कि केवल दो काउंटर होने की वजह से घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. मरीजों को शांत कराकर निदेशक ने नए काउंटर बढ़ाने की बात कही थी.