लखनऊ: कोरोना महामारी की वैक्सीन आने पर सबसे पहले इसे हेल्थ वर्कर को दिया जाएगा. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सभी सरकारी-निजी अस्पतालों में कार्यरत डाॅक्टर और स्टाॅफ का रिकार्ड मांगा जा रहा है. इसे लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैठक भी हो चुकी है.
इस प्रक्रिया के लिए सरकारी और निजी सेंटरों से एक्सेल शीट पर डाॅक्टर-पैरामेडिकल स्टाॅफ का रिकार्ड बनाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग इस डाटा को भारत सरकार के सीवीडीएमएस पोर्टल पर अपलोड करेगा, जिससे हर जिले में हेल्थ वर्कर का रिकार्ड सामने आ सकेगा. वैक्सीन आने पर सबसे पहले इन्हीं लोगों को पहली डोज दिया जाएगा.
भारत सरकार ने मांगा हेल्थ वर्करों का आंकड़ा
भारत सरकार के डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत जिले में कोरोना हेल्थ वर्कर का रिकार्ड मांगा गया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में प्राइमरी तौर पर हेल्थ वर्कर का डाटा का आंकलन लेना शुरू कर दिया है.
इस बारे में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वैक्सीन सबसे पहले सभी हेल्थ वर्कस को लगाई जाएगी. इन पर संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है. इसके लिए सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल से उनके सभी स्टॉफ की जानकारी मांगी गई है. इसके लिए एक कॉमन वेबसाइट बनाई गई है, जहां पर जाकर फार्म को डाउनलोड करना होगा. इसे पूरी तरह भरने के बाद सीएमओ ऑफिस में जमा करना होगा. इस डाटा को सीवीडीएमएस पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा. वैक्सीन आने पर हेल्थ वर्कस का वैक्सिनेशन सबसे पहले किया जाएगा.