लखनऊ: कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार जल्द अनुमति दे सकती है. उत्तर प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्य को करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कितना सक्रिय है, इसको समझने के लिए शनिवार को राजधानी लखनऊ के 6 अस्पतालों में ड्राई रन किया किया. ड्राई रन के लिए चिनहट सामुदायिक केंद्र से आइस पैक व वैक्सीन बैग को लेकर वैक्सीनेटर पुलिस की सुरक्षा में वैक्सीनेशन सेंटर के लिए रवाना हुए. राजधानी लखनऊ में 6 अस्पतालों में बनाए गए 7 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीनेशन का डेमो किया गया.
स्वास्थ्य विभाग कोविड वैक्सीनेशन को लेकर प्रयासरत नजर आ रहा है. शनिवार को राजधानी लखनऊ के 6 अस्पतालों में 7 कोविड वैक्सीनेशन साइड पर वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया. इस दौरान 175 लोगों पर कोविड-19 का डेमो किया गया. इस ड्राई रन की मदद से यह सुनिश्चित किया गया कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग कितना तैयार है.
6 अस्पतालों में बनाई जाएगी वैक्सीनेशन साइड
कोविड-19 के वैक्सीनेशन के ड्राई रन के लिए राजधानी लखनऊ के 6 अस्पतालों को चुना गया है. राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, राम मनोहर लोहिया संस्थान, एसजीपीजीआई, सहारा हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मॉल में कोविड-19 वैक्सीनेशन साइड का निर्माण किया जाएगा. केजीएमयू में दो व अन्य सभी अस्पतालों में एक वैक्सीनेशन साइट का निर्माण किया जाएगा, जहां पर वैक्सीनेशन का डेमो किया जाएगा.
175 लोगों पर हुआ वैक्सीनेशन का डेमो
राजधानी लखनऊ के साथ वैक्सीनेशन साइड पर 175 लोगों पर वैक्सीनेशन का ड्राइ रन करते हुए डेमो किया गया. एमके सिंह प्रभारी वैक्सीनेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी वैक्सीनेशन साइड पर 25 लोगों पर डेमो किया गया. इस हिसाब से शनिवार को राजधानी लखनऊ के 6 अस्पतालों के 7 वैक्सीनेशन साइड पर 175 लोगों पर वैक्सीनेशन का डेमो किया गया.
सुबह से सक्रिय हुए स्वास्थ्य कर्मचारी
ड्राई रन के लिए सुबह 8 बजे से ही स्वास्थ्य कर्मचारी सक्रिय हो गए. चिनहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन स्टोर सेंटर बनाया गया है. जहां से ड्राई रन के लिए वैक्सीनेशन बॉक्स को वैक्सीनेशन सेंटर के लिए रवाना किया गया है. वैक्सीनेशन सेंटर पर 2 वैक्सी नेटर व 4 वैक्सीनेशन ऑफिसर डेमो वैक्सीनेशन किया. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक सेंटर पर 6 कर्मचारी तैनात रहे, जिनमें से चार कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग के व एक पुलिस विभाग से हेड कांस्टेबल व एक होमगार्ड थे. 6 लोगों की टीम में 2 वैक्सीनेटर होंगे, जो वैक्सीनेशन का काम करेंगे, चार अन्य लोग वैक्सीनेशन ऑफिसर की भूमिका में सहयोग करेंगे.