लखनऊ: देशभर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है. संक्रमित मरीजों के इलाज के साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी व्यवस्थाएं मुहैया करवाई जा रही हैं. इस क्रम में लखनऊ की सरकारी अस्पतालों में भी अस्पताल के कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रिवेंशन किट मुहैया की गई है.
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को जहां आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है, ताकि यह संक्रमण किसी अन्य मरीज या व्यक्ति को न फैले, तो वहीं अब सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी प्रिवेंशन किट भेजी गई है.
इस किट में सिर से लेकर पांव तक को ढकने और संक्रमण से बचाव के लिए सभी चीजें मौजूद हैं. इस प्रिवेंशन किट के बारे में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि यह किट अस्पताल के उन डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए आई है, जो कोरोना से संक्रमित मरीज को देखने या अटेंड करने जाएंगे.
इस किट में हैंड ग्लव्स, मास्क, हेड कैप, गाउन और बूट्स जैसी चीजें शामिल की गई है. उन्होंने बताया कि कोरोना के लिए खासतौर पर n95 मास्क का इंतजाम किया गया है. सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैल रही है कि इस मास्क का प्रभाव नहीं है, लेकिन यह गलत है. संक्रमित व्यक्ति को अटेंड करने से पहले सभी अस्पताल के कर्मचारियों को n95 मास्क के उपयोग के ही आदेश दिए गए हैं.
डॉक्टर नेगी ने बताया कि इस किट का मूल उद्देश्य यही है कि किसी भी तरीके से अस्पताल के कर्मचारियों को संक्रमण होने का खतरा न रहे और कोरोना से संक्रमित मरीज को भी बेहतर इलाज दिया जा सके. डॉक्टर नेगी ने बताया कि अस्पताल कर्मचारियों द्वारा कोरोना से संक्रमित मरीज को अटेंड करने के बाद पहनी गई किट को 3 प्रतिशत लाईजॉल से स्प्रे करने के बाद ही बायो मेडिकल वेस्ट में डिस्पोज किया जाएगा ताकि वह संक्रमण किसी भी रूप में बाहर न आए. फिलहाल सिविल अस्पताल में लगभग 150 किट उपलब्ध हैं और इतनी ही संख्या में शहर के हर सरकारी अस्पताल में इस किट का वितरण किया गया है.